3600 करोड़ रुपये खर्च कर विश्व की सबसे ऊंची छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा मुंबई में समुद्र के बीच स्थापित होने वाली है। जिसे बनाएंगे नोएडा के पद्म विभूषण मूर्तिकार राम वी. सुतार बनाएंगे।  आधार के साथ प्रतिमा की ऊंचाई 610 फुट होगी। इसका शिलान्यास शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं।
 
 इसका डिजाइन महाराष्ट्र सरकार ने पास कर दिया है। मार्च 2017 से प्रतिमा बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इसका समापन 19 फरवरी 2019 तक करना है। शिवाजी मेमोरियल की इस परियोजना पर 3600 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
सुतार ने आधे-आधे फुट के छह सैंपल बनाए। इसे महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों को दिखाया गया। इसके बाद छह में से दो सैंपल को चुना गया और इसकी 25-25 फुट ऊंचाई की प्रतिमा बनाने को कहा गया। जब डमी बनकर तैयार हो गई तो इसमें से एक को पास कर दिया गया।
सुतार ने आधे-आधे फुट के छह सैंपल बनाए। इसे महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों को दिखाया गया। इसके बाद छह में से दो सैंपल को चुना गया और इसकी 25-25 फुट ऊंचाई की प्रतिमा बनाने को कहा गया। जब डमी बनकर तैयार हो गई तो इसमें से एक को पास कर दिया गया।
राम सुतार ने बताया कि शिवाजी की प्रतिमा की ऊंचाई 395 फुट होगी। इसके अलावा इसके आधार को शामिल कर लिया जाए तो यह कुल 610 फुट हो जाएगी। वहीं, सरदार पटेल की आधार के साथ इसकी ऊंचाई 600 फुट है। 
हालांकि, अगर आधार को हटाकर देखा जाए तो केवल प्रतिमा के मामले में पटेल की प्रतिमा ऊंची होगी लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब इसकी ऊंचाई को आधार के साथ जोड़कर ही देखा जाता है। लिहाजा, यह सबसे ऊंची है।
प्रतिमा में घोड़े की ऊंचाई करीब 300 फुट होगी। यह दो पैर पर खड़ा होगा। इस पर बैठे शिवाजी के हाथों में जो तलवार होगी वह 64 फुट लंबी होगी। घोड़े के पेट के नीचे जो ढाल, झंडा, तलवार और पत्थर दिख रहे हैं।
हालांकि, अगर आधार को हटाकर देखा जाए तो केवल प्रतिमा के मामले में पटेल की प्रतिमा ऊंची होगी लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब इसकी ऊंचाई को आधार के साथ जोड़कर ही देखा जाता है। लिहाजा, यह सबसे ऊंची है।
प्रतिमा में घोड़े की ऊंचाई करीब 300 फुट होगी। यह दो पैर पर खड़ा होगा। इस पर बैठे शिवाजी के हाथों में जो तलवार होगी वह 64 फुट लंबी होगी। घोड़े के पेट के नीचे जो ढाल, झंडा, तलवार और पत्थर दिख रहे हैं।
वह सब कंक्रीट का स्ट्रक्चर होगा। इसमें छह लिफ्ट होंगी, जो घोड़े के अंदर से होकर ऊपर जाएंगे। इसमें अलग-अलग स्थान पर खिड़कियां भी होंगी, जहां     से मुंबई का नरीमन प्वाइंट दिखेगा।
प्रतिमा के आधार में म्यूजियम, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम, फूड कोर्ट सहित कई चीजें होगी। यहां आने वाले दर्शक इसका भरपूर आनंद उठा सकते हैं। कहीं न कहीं इससे टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। मुंबई घूमने आने वाले लोगों को यहां कुछ नया देखने को भी मिलेगा।
इसे अरब सागर में करीब डेढ़ किलाोमीटर अंदर 32 एकड़ में फैली चट्टान पर स्थापित किया जाएगा। यहां दस हजार लोग एक साथ घूम सकते हैं। बता दें कि 182 मीटर ऊंचा स्मारक गुजरात में सरदार पटेल का बन रहा है।
प्रतिमा के आधार में म्यूजियम, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम, फूड कोर्ट सहित कई चीजें होगी। यहां आने वाले दर्शक इसका भरपूर आनंद उठा सकते हैं। कहीं न कहीं इससे टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। मुंबई घूमने आने वाले लोगों को यहां कुछ नया देखने को भी मिलेगा।
इसे अरब सागर में करीब डेढ़ किलाोमीटर अंदर 32 एकड़ में फैली चट्टान पर स्थापित किया जाएगा। यहां दस हजार लोग एक साथ घूम सकते हैं। बता दें कि 182 मीटर ऊंचा स्मारक गुजरात में सरदार पटेल का बन रहा है।
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