देश आज 68वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राजधानी के राजपथ पर सभी मेहमान पहुंच चुके हैं और गणतंत्र दिवस परेड जारी हैं। इस बार का यह दिवस कई मायनों में खास है। जानें खास बातें –
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पहली बार एनएसजी के ब्लैक कंमाडों भी परेड में शामिल हो रहे हैं।
भारत के इतिहास में यह पहला मौका रहा जब दिल्ली के राजपथ पर भारतीय सैनिकों के साथ अरब खाड़ी के किसी देश के सैनिक कदमताल किया। इस बार गणतंत्र दिवस के समारोह में संयुक्त अरब अमीरात के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
इस बार परेड में पूरी तरह स्वदेशी लड़ाकू विमान ‘तेजस’ आसमान में गर्जना करते नजर आया। ‘तेजस’ ने गणतंत्र दिवस की परेड में फ्लाई पास्ट में हिस्सा लिया। राजपथ पर तीन ‘तेजस’ विमान आकाश में उड़ान भरते हुए विजयी प्रतीक अंग्रेजी के वी के आकार में नजर आए। देश में बने इस लड़ाकू विमान को पिछले साल जुलाई में ही भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। तेजस के साथ सुखोई, मिराज, मिग-29 और जगुआर जैसे 35 लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट से आसमान थर्रा उठा।
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26 जनवरी को राजपथ पर होने वाली परेड के दौरान दुनिया को भारत में बनी देसी बोफोर्स धनुष की झलक दिखी। यह पहला मौका रहा जब धनुष को सार्वजनिक तौर पर सामने लाया गया। धनुष इंडियन आर्मी के लिए काफी अहम है क्योंकि इंडियन आर्मी के लिए आखिरी बार तोपों के नाम पर बोफोर्स को खरीदा गया था। धनुष 155 एमएम X 45 एमएम कैलीबर वाली तोप है।
इस बार गणतंत्र दिवस की परेड बीते साल की तुलना में छोटी रही। करीब दो घंटे तक चलने वाले मार्च-पास्ट को घटाकर 90 मिनट का कर दिया गया।