लखनऊ: स्कूलों की मनमानी फीस और अव्यवस्था से आज लगभग हर अभिभावक बेहाल है किताब-कॉपी, स्कूल ड्रेस आदि पर कमीशनखोरी कर कुछ स्कूल वाले अभिभावकों कि जेब काट रहे है, अभी तक इस अव्यवस्था पर सरकार भी चुप्पी साधे हुई थी। इस बीच राष्ट्रीय स्वाभिमान दल और अन्य अभिभावकों का आक्रोश देख सरकार ने इन विद्यालयों पर लगाम लगाने की दिशा में कुछ कदम उठाया तो विद्यालय प्रवंधन ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया।
02 मई मंगलवार को राजधानी में निजी विद्यालय के प्रवंधकों ने बैठक कर सरकार द्वारा फीस नियंत्रण के लिए उठाये जा रहे कदम का विरोध किया और इसको लेकर सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति तैयार की, इसी क्रम में नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल एलाइंस और एसोशियेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल ने आगामी 14 मई को निजी विद्यालयों का एक और सम्मलेन बुलाया है।
जहाँ एक तरफ निजी विद्यालय सरकार और मानको की अनदेखी कर मनमानी और छात्रों व अभिभावकों का शोषण करने के अपने फार्मूले पर कायम है। वही दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वाभिमान दल (आर एस डी) भी इन निजी विद्यालयों की मनमानी रोक कर सम्पूर्ण शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने को वचनबद्ध है। 14 मई को किए जा रहे सम्मेलन को ध्यान मे रखकर राष्ट्रीय स्वाभिमान दल गाँधी जी के मार्ग पर चल कर 13 मई को हजरतगंज गाँधी प्रतिमा पर शनिवार को आर एस डी के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल के नेतृत्व और संगठन के पं0 जितेन्द्र त्रिवेदी जी की देखरेख मे प्रबंधकों के बुद्धि शुद्धि हेतु हवन एंव 14 मई रविवार को आर एस डी के सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ सौरभ नारायण गौड जी के नेतृत्व मे सम्मेलन मे पहुंच कर पुष्प भेट कर उनको मनमानी रोकने का निर्णय लिया है। उक्त दोनों कार्यक्रमों की अध्यक्षता आर एस डी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक श्रीवास्तव जी करेंगे। विवेक श्रीवास्तव जी ने नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल एलाइंस (नीसा) के बयानों की निंदा की और कहा कि आप जैसे बुद्धिजीवी वर्ग को सरकार के फैसले कि सराहना करनी चाहिए और इसमें भाग लेना चाहिए। पत्रकारों से हुई वार्ता मे आर एस डी के राष्ट्रीय महासचिव अजय कुमार जी ने सभी अभिभावक संघों एवं अन्य अभिभावकों का आह्वाहन किया कि ज्यादा से ज्यादा संख्या मे जुड़कर मुहिम को सफल बनाने मे अपना सहयोग दें। आर एस डी के इस मुहिम को सफल बनाने के लिए संगठन के धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, राजकमल त्रिपाठी, शशांक श्रीवास्तव, पंकज श्रीवास्तव, पंकज कुमार, सतीश श्रीवास्तव, विनीत कुमार, शिप्रा, पूजा त्रिवेदी, डॉ एस पी तिवारी, राहुल पाण्डेय, मनीष नेगी आदि ने आगे आकर कार्यक्रम को जागरूकता अभियान बनाकर लोगो से संपर्क में लग गए हैं।