केरल में एक गर्भवती हाथी की मौत के कई दिनों बाद, मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में भी जानवर से क्रूरता जैसा मामला सामने आया है। गाय के मालिक ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई है कि उसकी गाय को किसी ने खाने के साथ विस्फोटक पदार्थ खिला दिया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि इस सिलसिले में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच भी की जा रही है। हालांकि, गाय को बेरहमी से खिलाए विस्फोटक से हालत बेहद नाजुक बन गई है।
गाय के मालिक- उमरिया में गिन्जरी गांव के ओम प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि वह सुबह गाय को चरने के लिए निकलते थे। उन्होंने कहा कि गाय घर के 500 मीटर के दायरे में घूमती है और शाम को लौट आती है। लेकिन 14 जून को वह घर वापस नहीं आई। दो दिनों की तलाश के बाद आखिरकार मंगलवार को गाय को ढूंढ लिया गया। हालांकि, हमने पाया कि उसका निचला जबड़ा बुरी तरह प्रभावित था।
अग्रवाल ने कहा कि उन्हें संदेह था कि गाय को किसी के द्वारा विस्फोटक-मिश्रित भोजन खिलाया गया था, जिसके कारण पशु के मुंह और जबड़े पर चोटें आईं। उन्होंने कहा कि गाय कुछ भी खाने में असमर्थ है और ना ही अपने एक महीने के बछड़े को भी खिला पा रही है।
पत्रकारों से बात करते हुए, पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन शर्मा ने कहा, ‘हमें सूचना मिली थी कि पाली पुलिस थाना क्षेत्र के तहत एक गाय घायल हो गई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एक पशु चिकित्सक को बुलाया, जिसने बोवाइन को प्राथमिक उपचार प्रदान किया।’ उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में मामला दर्ज किया गया है और घटना की जांच की जा रही है। जांच के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गाय को घायल करने वालों को जल्द गिरफ्तार नहीं करने पर आंदोलन शुरू करने की धमकी दी। बजरंग दल के नेता उपेंद्र सिंह ने कहा कि अगर अभियुक्तों को पकड़ा नहीं गया तो हम उन्हें खोज लेंगे।
इससे पहले भी जून के पहले सप्ताह में जानवारों के साथ ऐसा बरताव देखा गया। जब केरल के साइलेंट वैली नेशनल पार्क की एक गर्भवती हथिनी को कुछ लोगों ने पटाखों से भरा अनानास खिला दिया था। अनानास चबाते ही उसमें हुए विस्फोट से हथिनी का जबड़ा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। हफ्तेभर बाद 27 मई को पलक्कड़ में वेल्लियार नदी में हथिनी की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि हथिनी गर्भवती थी। इसके बाद, इसी तरह की घटना हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से सामने आई जब गाय का जबड़ा उड़ गया था।