एक साल पहले लिखे गए सुसाइड नोट के आधार पर अहमदाबाद पुलिस ने मृतक की दूसरी पत्नी व उसके प्रेमी के खिलाफ केस दर्ज किया है। अहमदाबाद के वीरमगाम कस्बे में रहने वाले महेश जाधव ने अप्रैल, 2020 में अहमदाबाद की साबरमती नदी के नर्मदा केनाल में कूदकर जान दे दी थी। पुलिस ने आत्महत्या के कारण के अभाव के चलते केस डायरी बंद कर दी थी, लेकिन गत दिनों उसकी मां को जनवरी 2021 के प्रथम सप्ताह में पुत्र की अलमारी से एक पत्र मिला। इसमें पुत्र महेश जाधव ने लिखा था कि उसकी दूसरी पत्नी अंबिका मराठी उसकी बीमारी का मजाक उड़ाती थी तथा उसके सामने ही अपने प्रेमी के साथ कमरे में सो जाया करती थी।
अपनी उपेक्षा तथा बेइज्जती से परेशान होकर महेश जाधव ने अप्रैल 2019 में अपनी पत्नी की करतूत के बारे में पत्र लिखकर अलमारी में एक चादर के नीचे छिपा दिया था। करीब एक साल बाद अप्रैल, 2020 में उसने नर्मदा केनाल में कूदकर अपनी जान दे दी थी। वीरमगाम पुलिस को उसकी मां ने यह पत्र सौंपा। इसके आधार पर पुलिस ने अंबिका मराठे तथा उसके प्रेमी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। अंबिका महाराष्ट्र के कल्याण की रहने वाली है। दो साल पहले किशोर भील नामक व्यक्ति महेश जाधव के समक्ष उसके साथ रिश्ते का प्रस्ताव लेकर आया था। महेश की पहली पत्नी ने उसे छोड़ दिया था।
महेश ने अपने इस पत्र में लिखा था कि उसके घर पर रहने के बावजूद अंबिका अपने प्रेमी को घर बुलाती तथा उसके सामने ही दोनों कमरे में साथ लेट जाया करते थे। दरअसल, महेश जाधव को एक तरीके की असाध्य बीमारी थी, जिसके कारण उसका शरीर कृषकाय हो गया था। अंबिका उसकी नपुंसकता का मजाक उड़ाती तथा उसके सामने ही बेशर्मी से पेश आती थी। पत्र लिखने के करीब एक साल बाद उसने नर्मदा केनाल में कूदकर अपनी जान दे दी कथा जनवरी 2021 में जब उसकी मां को यह पत्र मिला तो उसने पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने इस पत्र के आधार पर महेश की दूसरी पत्नी में प्रेमी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।