लखनऊ : विधानसभा की मध्य सीट से चुनाव लड़ रहे मारूफ खान को खुद कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ाने चाहती है.यह बात हम नहीं बल्कि मारूफ खान के समर्थक और इलाके के लोग कह रहे हैं। इस बात के पीछे समर्थकों का तर्क है कि गुरुवार को मध्य सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रविदास मल्हौत्रा के समर्थन में बिल्लौचपुरा इलाके में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की एक जनसभा होनी थी पर गुलाम नबी आजाद इस जनसभा में शामिल नहीं हुए।
कांग्रेस के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद का रविदास की इस रैली में न आना इस बात के संकेत हैं कि शायद खुद कांग्रेस पार्टी भी मध्य सीट से मारूफ खान को पीछे से समर्थन दे रही है। कांग्रेस और समजावादी पार्टी के बीच गठबंधन के बाद इस तरह की बात निकल कर सामने आयी थी कि लखनऊ की मध्य सीट से समजावादी पार्टी नेता रविदास मल्होत्रा गठबंधन के प्रत्याशी होंगे पर कांग्रेसी नेता मारूफ खान ने भी कांग्रेस के सिम्बल पर इस सीट से अपना नामंकान भरा था और अब वह इस सीट से चुनाव मैदान में है। मछली मौहाल के रहले वाले सागर कहते हैं किए नामकांन के बाद मारूफ खान को कांग्रेस पार्टी कैसे बैठने के लिए कह सकती है।
उनका तो यह भी कहना है कि मारूफ खान की लोकप्रियता को देखते हुए इस तरह की अफवाह उठाई जा रही है ताकि लोग गुमराह हो सके। नादान महल रोड के रहने वाले अफजल भी कुछ ऐसा ही कहते हैं। उन्होंने बताया कि कांग्रेसी नेता मारूफ खान पूरी जोर शोर से चुनाव मैदान में हैं। उनके समर्थन में जगह.जगह जनसभा और रैली हो रही है। ऐसे में यह बात कहना गलत है कि मारूफ खान को कांग्रेस पार्टी चुनाव नहीं लड़ाना चाहती है। अगर ऐसा ही होता तो नॉमीनेशन से पहले ही कांग्रेस पार्टी मारूफ खान को मैदान में नहीं उतारती।
जबकि सपा प्रत्याशी के समर्थक कैसरबाग निवासी राजू का कहना है कि मारूफ खान चुनाव मैदान में सिर्फ रविदास मल्होत्रा के वोट काटने के लिए खड़े हुए है। वहीं ठाकुरगंज के रामगंज के रहने वाले बबलू जो भाजपा के प्रत्याशी ब्रजेश पाठक के समर्थक है उनका कहना है कि मोदी के सुशासन व सबका साथ और सबका विकास के आगे कोई भी प्रत्याशी नहीं टिक सकता है। मारूफ सिर्फ कुछ लोकप्रियता हासिल करने के लिए चुनाव मैदान में हैं और उनका साथ देना बेकार होगा मध्य विधानसभा सीट लखनऊ के एक ऐसी सीट है जहां पर अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक वोट लगभग बाबराबर है। इस सीट पर व्यापारी वर्ग काफी है। ऐसे में समजावादी पार्टी के प्रत्याशी रविदास मल्हौत्रा और भाजपा प्रत्याशी ब्रजेश पाठक अच्छी तरह जानते हैं कि अगर मारूफ खान को हराना है तो इस तरह की आफवाहों का इस्तेमाल करना होगा। अब मध्य विधानसभा सीट को लेकर चुनाव कांटे का है और देखना यह होगा कि लोग अपना मत किसको देते हैं।