मल्टीमीडिया डेस्क। कुछ दिनों पहले गूगल पर ब्लैकमनी को व्हाइट करने के तरीके खोजे जा रहे थे। अब इनडेलिबल इंक को हटाने के तरीके तलाशे जा रहे हैं। सरकार ने फैसला किया है कि करेंसी बदलवाने वालों के हाथ की अंगुली में चुनाव के दौरान लगाई जाने वाली स्याही से चिन्ह लगाया जाएगा, ताकि वो बार-बार नोट न बदल सकें।
बैंकों को सलाह दी गई है कि वे करेंसी बदलने वाले लोगों के दाहिने हाथ में स्याही इंक से चिन्ह बनाएं। माना जा रहा है कि इस आदेश के बाद बैंकों में नगदी बदलवाने वालों की संख्या में कमी आई है।
लेकिन अब लोग गूगल पर इस इंक के निशान को हटाने का तरीका खोज रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि नोट बदलवाने के काम में फर्जीवाड़ा हो रहा था।
हाल के दिनों में गूगल पर ‘इनडेलिबल इंक रिमूवल’ (Indelible ink removal) विषय सबसे ज्यादा सर्च किया गया। इससे पहले गूगल पर ‘हाउ टू कनवर्ट ब्लैक मनी टू व्हाइट मनी’ ट्रेंड किया था। लगता है लोग इनडेलिबल इंक को हटाने के तरीके खोजने के लिए गूगल पर लगातार सर्च कर रहे हैं।
गूगल ट्रेंड्स डेटा के मुताबिक, ‘indelible ink removal’ सर्च में 15 नवंबर को बढ़ोतरी देखी गई। इसी दिन से बैंकों ने इंक का इस्तेमाल शुरू किया था। दिल्ली, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र उन प्रदेशों में शामिल हैं जहां लोग इस स्याही को हटाने के तरीके सबसे ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।
गूगल के डेटा के अनुसार, मुंबई और दिल्ली इन तरीकों को सर्च करने में लगभग बराबर रहे जबकि उसके बाद बेंगलूरु के लोगों ने सबसे ज्यादा इन तरीकों को सर्च किया।
गौरतलब है कि 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 500 और 1000 रुपए के नोटों का चलन बंद होने की घोषणा की थी। इसके बाद बढ़ती-घटती लिमिट के बीच बैंकों और डाकघरों से नोट बदलने की प्रक्रिया शुरू की गई।