यूसी ब्राउजर के पूरी दुनिया में 50 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं जिसमें से सबसे ज्यादा भारत में 10 करोड़ यूजर्स हैं। ऐप को स्टोर से हटाए जानवे के बाद कई रिपोर्ट्स में कहा जा गया था कि यूसी ब्राउजर दूसरे ऐप को यूजर्स को रिडायरेक्ट करके उन्हें गुमराह कर रहा था। रिडायरेक्शन के कारण कई बार यूजर्स के फोन में थर्ड पार्टी ऐप भी इंस्टॉल हो जाते हैं और ऐसे में यूजर्स के फोन में मैलवेयर के आने का खतरा रहता था।
बता दें कि इससे पहले यह भी रिपोर्ट सामने आई थी कि यूसी ब्राउजर इंडिया के यूजर्स की जानकारियों को चीन की सरकार के साथ शेयर करता है। वहीं आईटी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि इस मामले में दोषी पाए जाने पर यूसी ब्राउजर को प्रतिबंधित किया जा सकता है।
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