नई दिल्ली: राजनाथ सिंह वो नाम है जिसकी चर्चा नतीजे आने के साथ ही शुरू हो गई थी. इसकी सबसे बड़ी वजह है उनका उत्तर प्रदेश का अनुभव. वो साल 2000 में यूपी में बीजेपी के आखिरी मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य को संभालने के लिए उनके जैसे बड़े कद का नेता फिट बैठता है.
सूत्रों के मुताबिक राष्ठ्रीय स्वयंसेवक संघ चाहता है कि राजनाथ सिंह फिर उत्तर प्रदेश की कमान संभालें, लेकिन सवाल ये है कि करीब डेढ़ दशक से केंद्र की राजनीति कर रहे और फिलहाल सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले राजनाथ सिंह क्या खुद यूपी लौटना चाहते हैं. ये सवाल बड़ा है, क्योंकि करीब 15 साल से राजनाथ सिंह केंद्र की राजनीति में ही सक्रिय हैं. चाहे वो संगठन में मिली जिम्मेदारी हो या फिर सरकार में.
राजनाथ सिंह अभी मोदी सरकार में नंबर दो की हैसियत से गृह मंत्रालय का काम देख रहे हैं. साल 2003 में एनडीए सरकार के कार्यकाल के दौरान राजनाथ कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. अक्टूबर 2000 से मार्च 2002 तक राजनाथ यूपी के सीएम रहे थे. पार्टी में भी राजनाथ बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. राजनाथ दो बार बीजेपी के अध्यक्ष रहे. पहली बार 2005 से 2009 तक और दूसरी बार 2013 से 2014 तक.
अब ये राजनाथ सिंह पर निर्भर करेगा कि वो केंद्र की राजनीति चुनते हैं या यूपी की. हालांकि फिलहाल उनके नाम की सिर्फ चर्चा भर है. आखिरी फैसला तो आज शाम बीजेपी विधायक दल की बैठक में होना है.
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