सहारनपुर में गैंगस्टर सहित अन्य मुकदमों में वांछित चल रहे पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के पुत्र अलीशान को कोतवाली बेहट पुलिस और सर्विलांस सेल ने दिल्ली के लाजपत नगर से गिरफ्तार कर लिया है। अलीशान को गिरफ्तार करने के बाद कोतवाली बेहट लाया गया। जहां एसपी देहात सूरज राय ने उससे पूछताछ की।
कोर्ट में किया जाएगा पेश
एसपी देहात ने बताया कि अलीशान को न्यायालय में पेश किया जा रहा है। गैंगस्टर के इस मुकदमे में हाजी इकबाल व उनके पुत्रों सहित पूर्व ब्लाक प्रमुख लईक अहमद तथा मुंशी नसीम नामजद है। इनमें से अब तक राव लईक व नसीम की गिरफ्तारी हो चुकी थी। राव लईक को न्यायालय से जमानत भी मिल गई थी। इस मुकदमे की विवेचना कोतवाली बेहट इंस्पेक्टर बृजेश कुमार पांडे कर रहे हैं।
एसएसपी ने कराई थी संपत्ति की जांच
बता दें कि करोड़ों की संपत्ति का मालिक पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल का मुंशी नसीम अपनी पत्नी और पूत्रवधू के नाम से राशन कार्ड बनवाकर गरीबों को मिलने वाला सरकारी राशन भी ले रहा था। पुत्रवधू के नाम तो अंत्योदय योजना का राशन कार्ड बना हुआ था। हाल ही में एसएसपी आकाश तोमर द्वारा कराई गई जांच में खनन कारोबारी हाजी इकबाल के मुंशी नसीम व उसके पुत्र के नाम से करोड़ों रुपए की संपत्ति मिली थीं। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने इन संपत्ति को कुर्क करने के आदेश दे दिए थे। जिसके बाद राजस्व एवं पुलिस विभाग ने कार्रवाई कर इन सभी संपत्तियों को कुर्क कर लिया।
लगातार लिया जा रहा था राशन
इस मामले में चल रही जांच में मुंशी नसीम की पत्नी के नाम से पात्र गृहस्थी योजना तथा उसकी पुत्रवधु के नाम से अंत्योदय योजना का राशन कार्ड भी पाए गए हैं। जिस पर लगातार राशन लिया जा रहा है। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी अश्विनी कुमार मिश्रा ने बताया कि अभी पता चला है कि ये दोनों कार्ड बनवाए गए हैं और इन पर राशन भी लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन कार्डो को निरस्त कर दोनों पर दिए गए राशन की रिकवरी की जाएगी।
मामले में एसआइटी करा रही है जांच
गौरलतब है कि प्रदेश सरकार सहारनपुर में खनन से जुड़े मामलों की एसआइटी जांच करा रही है। इस जांच के आधार पर पिछले दिनों पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के मुंशी नसीम की संपत्ति को कुर्क किया गया है। इस मामले में हाजी इकबाल के सहयोगी रहे अमित जैन उर्फ दादू ने एक पत्र जिला प्रशासन को देकर कहा कि उनका किसी प्रकार का कोई व्यवसायिक संबंध हाजी इकबाल से नहीं था। दादू ने हाजी इकबाल और उनके परिवार के सदस्यों पर जालसाजी कर उसे फंसाने का आरोप लगाया। गुरुवार को मिर्जापुर थाना पुलिस ने अमित की तहरीर पर हाजी इकबाल, महमूद अली, जगजीत सिंह और नसीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।