गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के सेक्टर 11 के विकास का खाका जल्द ही तैयार हो जाएगा। सेक्टर के 70 एकड़ क्षेत्रफल को चमकाने के लिए शिकागो की दो व मुम्बई की एक कंपनी ने रुचि दिखाई है। 20 अगस्त को इन फर्मों के प्रतिनिधि सीईओ गीडा के समक्ष प्रेजेंटेशन देंगे। उसके बाद सबसे अच्छे प्रस्ताव को स्वीकार किया जाएगा। उसी प्रस्ताव के अनुसार ले आउट भी तैयार होगा।
गीडा की ओर से कलेसर एवं सेक्टर 11 का विकास किया जाना है। विकास का यह काम परंपरागत तरीके से हटकर बाजार की मांग कर अनुरूप होना है। इसीलिए प्राधिकरण ने इसकी कार्ययोजना स्वयं बनाने की बजाय प्रोफेशनल फर्मों से आवेदन आमंत्रित किया था। शुरू में केवल एक फर्म ने रुचि दिखाई थी लेकिन एक बार और अंतिम तिथि बढ़ाए जाने पर दो और फर्मों ने इस कार्य मे रुचि दिखाई।
200 एकड़ जमीन में होना है विकास कार्य
सेक्टर 11 में 200 एकड़ जमीन का विकास होना है। पहले चरण में करीब 70 एकड़ में वाणिज्यिक विकास किया जाएगा। इसके बाद इंस्टिट्यूशनल और आवसीय के रूप में सेक्टर का विकास होगा। फ्रोफेशनल फर्मों से अभी वाणिज्यिक विकास का प्रस्ताव मांगा गया है।
इन फर्मों ने किया आवेदन
सेक्टर 11 के विकास के लिए शिकागो की मल्टीनेशनल फर्म जेएलएल ने आवेदन किया है। भारत मे इसका मुख्यालय मुंबई में है। रियल एस्टेट के क्षेत्र की यह दिग्गज कंपनी है। एक और मल्टीनेशनल कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड ने भी इस सेक्टर के विकास के लिए रुचि दिखाई है। शिकागो की इस कंपनी का भारत मे मुख्यालय गुड़गांव में है। इसके अलावा मुम्बई की दरशा कंपनी ने भी अपना प्रस्ताव दिया है।
बनना है अंतरराज्यीय बस टर्मिनल
गीडा के कालेसर में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनना है। ये कंपनियां उसके विकास का खाका भी तैयार करेंगी। इसके अलावा इस क्षेत्र को वाणिज्यिक हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
तीन बड़ी कंपनियों ने सेक्टर 11 के विकास के लिए रुचि दिखाई है। उनके प्रतिनिधि 20 अगस्त को प्रेजेंटेशन देंगे। जिसका प्रस्ताव बेहतर होगा, उसे विकास का जिम्मा दिया जाएगा।