गोरखपुर में संक्रमितों का आंकड़ा रविवार को 18 हजार पार गया। कोरोना संक्रमण के नमूनों की जांच में 1187 निगेटिव व 145 में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसमें शहर के 89 व कैंट थाना क्षेत्र के सर्वाधिक 27 लोग शामिल हैं। अबतक कुल 18045 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 297 की मौत हो चुकी है। 16333 स्वस्थ हो चुके हैं। 1417 सक्रिय मरीज हैं। सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी ने इसकी पुष्टि की।
यह बात राहत देने वाली है कि दो दिन से जिले में किसी कोरोना संक्रमित की मौत नहीं हुई। दूसरी तरफ संक्रमण की रफ्तार भी थमती नजर आ रही है। स्वास्थ्य विभाग ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही यह जिला संक्रमण से मुक्त हो जाएगा। क्योंकि जांच का दायरा बढ़ा है और पाजिटिव की संख्या कम होती जा रही है। संक्रमितों में बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज के डाक्टर सहित बिलंदपुर निवासी एक एक परिवार के दो मासूम भी शामिल हैं। उनकी उम्र क्रमश: चार व सात साल है। बीआरडी के दो व आरटीओ का एक कर्मी भी पाजिटिव आया है। हुमायूंपुर, फुलवरिया व अलीनगर में एक-एक परिवार के तीन-तीन लोग संक्रमित मिले हैं। कूड़ाघाट, पादरी बाजार व शक्ति नगर में एक-एक परिवार के दो-दो लोगों में संक्रमण मिला है।
24 घंटे उपलब्ध होगी एक्सरे एवं जांच की सुविधा
सर्दियों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका को देखते हुए प्रशासन की ओर से हाइटेक कोरोना जांच केंद्र स्थापित किया जा रहा है। यहां कोरोना जांच के साथ-साथ अत्याधुनिक मशीनों से एक्सरे व खून की जांच भी होगी। चरगांवा स्वास्थ्य केंद्र पर संचालित होने वाले 24 घंटे के कोरोना जांच केंद्र की तर्ज पर जिला अस्पताल के सामने फोरेंसिक लैब के भवन में भी एक केंद्र खोलने पर सहमति बन चुकी है। पर, इसमें संशाेधन करते हुए यहां और भी सुविधाएं बढ़ायी जा रही हैं। आमतौर पर कोरोना जांच की पुष्टि के बाद भी संक्रमण का स्तर आसानी से पता नहीं चल पाता। फोरेंसिक लैब में स्थापित हो रहें केंद्र में कोरोना पाजिटिव पाए जाने वाले हर व्यक्ति के खून की जांच एवं एक्सरे किया जाएगा। इन जांचों से यह पता चल सकेगा कि संक्रमण किस स्टेज तक पहुंच चुका है और तुरंत उसी स्तर का इलाज देकर लोगों की जान बचायी जा सकेगी।