आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लंबे समय तक डेस्क पर बैठकर काम करना या फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण बॉडी में अकड़न और दर्द की समस्या आम हो गई है। खासकर ऑफिस में काम करने वाले लोगों को कमर, गर्दन, कंधों और पैरों में दर्द का सामना करना पड़ता है।
इन समस्याओं से बचने के लिए नियमित स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज बेहद फायदेमंद होती हैं। यहां हम 10 आसान स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप ऑफिस या घर पर आसानी से कर सकते हैं।
नेक स्ट्रेच (गर्दन की स्ट्रेचिंग)
लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करने से गर्दन में अकड़न हो जाती है। इसके लिए-
सीधे बैठकर सिर को धीरे-धीरे दाएं कंधे की ओर झुकाएं।
बाएं हाथ से दाएं सिर को हल्का दबाव देकर स्ट्रेच करें।
10-15 सेकंड होल्ड करके दूसरी तरफ दोहराएं।
शोल्डर रोल (कंधों की स्ट्रेचिंग)
कंधों के दर्द से राहत पाने के लिए-
कंधों को गोलाकार घुमाएं, पहले आगे की ओर और फिर पीछे की ओर।
10 बार दोनों दिशाओं में करें।
चेस्ट ओपनर (सीने की स्ट्रेचिंग)
बैठे-बैठे सीने में जकड़न होने पर-
हाथों को पीछे ले जाकर उंगलियों को इंटरलॉक करें।
हथेलियों को नीचे की ओर करके हाथों को ऊपर उठाएं।
15-20 सेकंड होल्ड करें।
स्पाइन ट्विस्ट (रीढ़ की हल्की मालिश)
कमर दर्द से आराम के लिए-
कुर्सी पर बैठकर दाएं हाथ को बाएं घुटने पर रखें।
बाएं हाथ को कुर्सी के पीछे रखकर धीरे-धीरे पीछे मुड़ें।
10 सेकंड होल्ड करके दूसरी तरफ दोहराएं।
हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच (पैरों के पिछले हिस्से की स्ट्रेचिंग)
लंबे समय तक बैठने से जांघों के पिछले हिस्से में खिंचाव होता है।
एक पैर को सीधा करके एड़ी को जमीन पर रखें।
कमर से आगे झुककर पैर की उंगलियों को छूने की कोशिश करें।
15 सेकंड होल्ड करके दूसरे पैर से दोहराएं।
हिप फ्लेक्सर स्ट्रेच (कूल्हों की स्ट्रेचिंग)
हिप पेन से बचने के लिए-
एक पैर आगे रखकर दूसरे पैर को पीछे की ओर स्ट्रेच करें।
हिप्स को आगे की ओर धकेलें और 20 सेकंड होल्ड करें।
विस्ट स्ट्रेच (कलाई की स्ट्रेचिंग)
कंप्यूटर पर लगातार टाइपिंग करने से कलाइयों में दर्द होता है।
एक हाथ को सीधा करके दूसरे हाथ से उंगलियों को पीछे की ओर खींचें।
10 सेकंड होल्ड करके दूसरे हाथ से दोहराएं।
साइड बेंड (कमर के साइड पार्ट की स्ट्रेचिंग)
एक हाथ को ऊपर उठाकर दूसरी तरफ झुकें।
10 सेकंड होल्ड करके दूसरी तरफ दोहराएं।
एंकल रोटेशन (टखनों की स्ट्रेचिंग)
पैरों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए-
एक पैर को उठाकर टखने को गोल-गोल घुमाएं।
10 बार लेफ्ट से राइट और फिर राइट से लेफ्ट घुमाएं।
डीप ब्रीदिंग (गहरी सांस लेना)
तनाव कम करने और बॉडी को रिलैक्स करने के लिए-
आंखें बंद करके गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ें।
5-7 बार दोहराएं।