अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद ने जिस तरह देश के लिए अपने प्राणों को त्यागकर महामानव की छवि प्रस्तुत की। ठीक उसी तरह देश के विकास में अहम योगदान देने वाले देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को हमें महामानव मानना होगा। सूबे के राज्यपाल राम नाईक ने यह बात बुधवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी ंिंवश्वविद्यालय (सीएसए) में इंडियन एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित दो दिवसीय कुलपति सम्मेलन के उद्घाटन सत्र पर कही।
उन्होंने यहां आते ही सबसे पहले शहीद चंद्रशेखर आजाद की नवनिर्मित प्रतिमा का उद्घाटन किया। राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि राज्य विश्वविद्यालयों में कुलपति का कार्यकाल पांच वर्ष हो, इसके लिए कमेटी गठित हुई है। सीएम के संज्ञान में भी मामला है, आशा है कि जो परिणाम होगा वह सकारात्मक होगा। बोले आजादी के 70 वर्षो बाद यूपी में जमीन लगभग उतनी है, पर आबादी जरूर तीन गुना बढ़ी। फिर भी प्रदेश के किसानों ने यह कमाल कर दिखाया कि हम आयात से निर्यात की स्थिति में पहुंच गए। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि देश में इस वर्ष रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन 28 करोड़ 38 लाख टन हुआ है। जिसमें 578 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन उत्तर प्रदेश से है। हालांकि निराशा जताते हुए कहा कि पिछले 15 वर्षो में कृषि विज्ञान केंद्र उतना बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके, जितनी उनसे उम्मीद थी। बोले, फसलों का उत्पादन बढ़ा है पर लागत अधिक होने से किसानों की आय नहीं बढ़ रही है, जो चिंता का विषय है। स्वागत भाषण सीएसए कुलपति प्रो. सुशील सोलोमन ने दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से भारतीय कृषि विश्वविद्यालय के कार्यकारी सचिव डॉ.आरपी सिंह, रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.अरविंद कुमार, आइसीएआर के उप निदेशक (प्रसार) डॉ.एके सिंह आदि मौजूद रहे