नोटबंदी से बढ़ रही लोगों की परेशानी फिर भी लोग दे रहे हैं PM मोदी का साथ
रीजनल मीटिअरोलॉजिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक इन 2 राज्यों के अलावा पुड्डुचेरी में भी ज्यादातर जगहों पर रविवार शाम से भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती हैं। साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं। 90 से 100 kmph की स्पीड से हवा चलने की आशंका है। आंध्र के 6 जिलों में 190mm तक बारिश होने के आसार हैं।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रीजनल मीटिअरोलॉजिकल डिपार्टमेंट के डायरेक्टर एस. बालचंद्रन ने बताया, ‘दोनों राज्यों के तटीय इलाकों में समुद्र में तेज लहरें उठ सकती हैं।’ ‘इस लिहाज से मछुआरों को अगले 2 दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।’
‘दोनों राज्यों में सोमवार दोपहर 12 बजे तक चक्रवात के पहुंचने की संभावना है।’ ‘आंधप्रदेश के 6 जिलों कृष्णा, गुंटुर, प्रकाशम, चित्तूर, कुड्प्पा और अनंथापुर में 190mm तक बारिश हो सकती है।’
विजयवाड़ा में कंट्रोल रूम तैयार
वरदा से पैदा हालात से निपटने के लिए आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में कंट्रोल रूम बनाया गया है। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने चक्रवात प्रभावित जिलों में स्थिति पर निगरानी के लिए 4 आईएएस ऑफिशियल्स को अप्वाइंट किया है। इसके अलावा राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल (एनडीआरएफ) की 5 टीमों को इन इलाकों में भेजा जा चुका है।
तटीय इलाके के लोगों से सुरक्षित जगहों पर चले जाने की अपील की गई है। सीएम नायडू ने हालात के मद्देनजर यूएई और कुवैत का अपना दौरा कैंसल कर दिया है।
इंडियन मीटिअरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (आईएमडी) के मुताबिक, वेस्ट-सेंट्रल और बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवात वरदा 11 kmph की स्पीड से वेस्ट की ओर आगे की तरफ बढ़ गया है। मौजूदा वक्त में यह नेल्लोर के साउथ-साउथईस्ट से 520 km, मछलीपट्टनम के ईस्ट-साउथईस्ट से 490 km जबकि चेन्नई के ईस्ट-नॉर्थईस्ट से 480 km दूरी पर है। रविवार शाम तक चक्रवात की यही तीव्रता बने रहने के आसार हैं। इसके बाद यह साउथ आंध्रप्रदेश कोस्ट और नॉर्थ तमिलनाडू कोस्ट की ओर बढ़ेगा।
भीषण साइक्लोन का रूप ले सकता है
स्काइमेट का अनुमान है कि बंगाल की खाड़ी में बना वरदा जल्द ही और प्रभावी होते हुए भीषण चक्रवात का रूप ले सकता है। इस सिस्टम के असर से अंडमान-निकोबार में बीते 2-3 दिनों से भारी बारिश हो रही है। साउथ ओडीशा और छत्तीसगड़ के भी साउथ इलाकों में बारिश हो सकती है।
‘वरदा’ का क्या मतलब है?
बंगाल की खाड़ी से उठा वरदा इस सीजन का तीसरा चक्रवाती तूफान है। ‘वरदा’ का मतलब अरबी या उर्दू में ‘गुलाब’ होता है। नॉर्थ हिंद महासागर में चक्रवाती तूफानों का नामकरण आईएमडी करता है।
जब हवा की स्पीड कम से कम 63 kmph हो जाती है और यह कुछ देर बरकरार रहती है तो 3 मिनट के भीतर ये चक्रवाती तूफान का रूप धारण कर लेती है।