चारधाम यात्रा में उमड़े तीर्थयात्रियों ने कारोबार पिछले सीजन से दोगुना कर दिया है। खासकर होटल, ढाबे, ट्रैवल से जुड़े कारोबारियों ने 15 दिन में अच्छा बिजनेस किया है। अनुमान के मुताबिक, अब तक 200 करोड़ से अधिक का कारोबार हो चुका है। वहीं, श्रद्धालुओं का आंकड़ा 10 लाख पार कर गया है।
चारधाम होटल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अजय पुरी के अनुसार, गंगोत्री घाटी में लगभग 400 और यमुनोत्री घाटी में 300 होटल, होम स्टे और धर्मशाला हैं। बदरीनाथ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहता ने बताया, श्रीनगर से बदरीनाथ और रुद्रप्रयाग से केदारनाथ तक 850 होटल, होम स्टे और धर्मशालाएं हैं। पिछले साल सीजन 22 अप्रैल को खुलने से शुरुआत में कम तीर्थयात्री आएं हैं।
सरकार ने चारधाम में यात्रा प्रबंधन के लिए दो नए यात्रा मजिस्ट्रेट बनाए हैं। यह मजिस्ट्रेट 26 मई से छह जून तक अपनी सेवाएं देंगे। इससे पहले सरकार ने 25 मई तक के लिए तीन मजिस्ट्रेट तैनात किए थे। चारधाम यात्रा में भारी भीड़ के बीच सरकार लगातार प्रबंधन में जुटी हुई है। इस क्रम में सरकार ने 13 मई को बदरीनाथ धाम में सीडीओ हरिद्वार प्रतीक जैन, गंगोत्री-यमुनोत्री के लिए टिहरी के सीडीओ अभिषेक त्रिपाठी और केदारनाथ धाम के लिए हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह को 25 मई तक के लिए यात्रा मजिस्ट्रेट तैनात किया था।
इनकी ड्यूटी पूरी होने के बाद अब सरकार ने सीडीओ नैनीताल अशोक कुमार पांडेय को बदरीनाथ धाम और एडीएम प्रशासन पंकज कुमार उपाध्याय को केदारनाथ का यात्रा मजिस्ट्रेट तैनात किया है। दोनों अफसरों को छह जून तक के लिए ये जिम्मेदारी दी गई है। तैनाती अवधि में उन्हें संबंधित जिलाधिकारियों के पर्यवेक्षण में काम करना है।
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