भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख सीमा पर तनाव जारी है। अगले हफ्ते भारत और चीन कोर कमांडर स्तर की अगले दौर की वार्ता होने वाली है। उससे ठीक पहले चीन से एक बार फिर अपने नापाक मंसूबे जाहिर कर दिए हैं। चीन सर्दियों में पूर्वी लद्दाख में अपने सैनिकों के लिए विशेष सामान उपलब्ध करा रहा है। चीन ने बताया है कि वो अपनी सेना को नई तकनीक के कपड़े, रहने की जगह और इसके अलावा कई दूसरी सुविधाएं दी हैं। जिससे उन्हें लद्दाख में सर्दियों में रहने में कोई दिक्कत ना हो।इससे पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहा सैन्य गतिरोध आगामी सर्दियों में भी कम होता नजर नहीं आ रहा है।
चीन के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि उसने अपने सैनिकों को पूर्वी लद्दाख में भयानक सर्दी से निपटने के लिए आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए हैं। चीनी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तैनात हजारों चीनी सैन्य कर्मियों को उन्होंने उच्च तकनीक वाले उपकरण उपलब्ध कराए हैं।
चीनी सैनिकों को दे रहा खास सुविधाएं
चीनी रक्षा मंत्रालय के एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में प्रवक्ता सीनियर कर्नल वू क्वान ने कहा कि सैनिकों को एक नया आत्म-सक्रिय इंसुलेटेड केबिन प्रदान किया गया है, जिसे सैनिक खुद बना सकते हैं। चीनी प्रवक्ता ने एक सवाल का सवाल देते हुए कहा कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में जहां आउटडोर तापमान -40 डिग्री सेंटीग्रेड है, जिसकी ऊंचाई 5,000 मीटर से अधिक है, वहां इन उपकरणों के जरिए इनडोर तापमान 15 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक रखा जा सकता है।
चीन के सैन्य अधिकारी द्वारा साझा की गई जानकारी से ऐसा पता चलता है कि चीन पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एक लंबे गतिरोध की तैयारी कर रहा है।
भारतीय सेना भी तैयार
एक तरफ जहां चीन, सीमा पर नापाक साजिश की तैयारी कर रहा है तो दूसरी ओर भारतीय सेना भी पूरी तरह तैयार है। चीन के साथ तनाव के बीच भारतीय सेना लद्दाख में किसी भी तरह की ढील नहीं देना चाह रही है। इस वजह से इस बार सर्दियों के मौसम में भी लद्दाख में अपनी तैनाती बरकरार रखेगी। भारतीय सेना वहां की दुर्गम परिस्थितियों में सर्दियां बिताने की पूरी तैयारी कर रही है। इसके लिए खच्चरों से ले कर बड़े विमानों तक, सेना ने वहां मौजूद हजारों सैनिकों तक रसद पहुंचाने के लिए अपने पूरे लॉजिस्टिक्स तंत्र को सक्रिय कर दिया है।
गौरतलब है कि चीन ने मई के शुरुआत से भारत के साथ पांच महीने लंबे इस सैन्य गतिरोध के बाद पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) के पास हजारों सैनिकों को तैनात किया है।हालांकि, भारत और चीन दोनों पक्षों ने कूटनीतिक और सैन्य स्तर की वार्ता की एक श्रृंखला आयोजित की है, लेकिन अब तक सैनिकों की वापसी को लेकर कोई एकराय नहीं बन पाई है। इसको लेकर भारत-चीन के बीच अगली सैन्य वार्ता अगले हफ्ते होने वाली है।