चीन के एक सरकारी अखबार ने भारत में परिचालन कर रही चीन की कंपनियों को सतर्क रहने को कहा है. भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव को लेकर कंपनियों को सतर्क रहने की सलाह दी है. ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच चीन की कंपनियों को वहां चीन विरोधी भावना से निपटने के कदम उठाने चाहिए.
अखबार में 2104 में वियतनाम में चीन विरोधी भावना का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि भारत में भी चीन के हितों पर हमला हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि सीमा पर छोटे स्तर का भी सैन्य तनाव होता है, तो भारत में चीन के लोगों और कंपनियों पर हिंसक हमला हो सकता है. भारत में परिचालन कर रही चीन की कंपनियों को सतर्क रहने की जरूरत है. उन्हें चीन विरोधी भावना से बचाव के लिए ऐहतियाती कदम उठाने की जरूरत है.
भारत और चीन के बीच तनाव
भारतीय सीमा में अवैध घुसपैठ और उसके बाद पवित्र मानसरोवर यात्रा में खलल डालने से भारत और चीन के रिश्ते और खराब हो गए हैं. चीन और भारत के बीच तनाव के हालात जारी है. बता दें कि चीन भारत को 1962 की लड़ाई की याद भी दिला चुका है. साथ ही उसकी ओर से कहा गया कि वह ‘अपनी जमीन’ सुरक्षा के लिए हर मुमकिन कोशिश करेगा. इसके चलते रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने भी चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि 1962 और आज का भारत अलग है.