चीन के खीलाफ भारत उठा रहा है ऐसा कदम, हर हाल में आ जाएंगे ड्रैगन के होश ठिकाने !!!
चीन ने हाल ही में भारत के साथ कई मामलों में धोखाधड़ी की है जिससे की भारत को काफी नुकसान पहुंचा है । चीन ने भारत का एनएसजी में सदस्यता को लेकर पूरी तरह से विरोध किया था जिसकी वजह से भारत को एनएसजी में सदस्यता नहीं मिल पायी । भारत के साथ चीन का हमेशा से यही रवैया रहा है । इसके अलावा चीन ने जैश -ए -मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने के भारत के प्रस्ताव का भी विरोध किया ।
मगर अब भारत ने भी चीन की इन हरकतों का जवाब देने का मन बना लिया है । हाल ही में भारत ने सिंगापुर को प्रस्ताव दिया था की दोनों देशों को इंटरनैशनल ट्राइब्यूनल को जुलाई में दिये गए उस फैसले पर टिप्पणी करनी चाहिए जिसमें की चीन दक्षिण चीन के सागर पर ऐतिहासिक दावे को खारिज किया गया है । भारत का यह प्रस्ताव सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेंग लुंग की यात्रा से पहले तैयार किया गया था । हालांकि सिंगापुर ने इस प्रस्ताव को मनाने से इंकार कर दिया था ।
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इस प्रस्ताव में चीन का कडा विरोध करने की बात थी । हालांकि सिंगापुर अभी दक्षिण चीन सागर का दावेदार नहीं है । इसलिए उसने अभी वियतनाम ,मलेशिया, चीन ,ताइवान किसी का पक्ष नहीं लिया है । भारत अब इंटरनैशनल ट्राइब्यूनल सहित उन कई मुद्दों पर चर्चा कर रहा है जिन्हें चीन ने खारिज कर रहा है ।
इस मुद्दे पर भारत के प्रधानमंत्री मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजों बे की मुलाक़ात के बाद संयुक्त बयान जारी करेंगे । इसी मुद्दे को लेकर भारत वियतनाम के बीच जारी किए गए दस्तावेज़ कई मामलों में महत्वपूर्ण हैं । इसमें पानी एवं हवाई जहाजों के नेविगशन को अंतरराष्ट्रीय कानून को सम्मान करने को कहा गया है ।
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जापान ने आधिकारिक रूप से कहा की दक्षिण चीन सागर पर भारत का ये रवैया काफी उत्साहपूर्ण हैं । चीन ने जापान को भी कई मामलों में तंग कर रखा है ।