चीन में भारतीय करेंसी छापे जाने की खबर को केंद्र सरकार ने निराधार बताया है. सरकार ने कहा है कि भारतीय रुपये सिर्फ भारत सरकार के कई प्रिंटिंग प्रेस में छापे जा रहे हैं.
गौरतलब है कि हांगकांग के अखबार ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ में एक खबर आई थी कि चीन में भारतीय करेंसी छापी जा रही है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की इस रिपोर्ट के बाद राजनीति गर्म हो गई. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इसे बेहद संवेदनशील बताते हुए सरकार से स्पष्टीकरण मांगा.
वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग (DEA) के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने सोमवार को कहा, ‘यह खबर पूरी तरह से निराधार है कि किसी चीनी करेंसी प्रिटिंग कॉरपोरेशन में भारतीय करेंसी छापने का कोई ऑर्डर दिया गया है.’
उन्होंने कहा, ‘भारतीय करेंसी नोट केवल भारत सरकार और रिजर्व बैंक के प्रिंटिंग प्रेस में छापे जा रहे हैं.’
सोमवार को हांगकांग के अखबार में आने के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्विटर पर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और पीयूष गोयल को टैग करते हुए इस पर सफाई मांगी. उन्होंने लिखा है कि अगर यह सच है तो इसका राष्ट्रीय सुरक्षा पर घातक असर हो सकता है. पाकिस्तान के लिए करेंसी का नकल करना और आसान हो जाएगा.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की खबर में कहा गया था कि भारत, नेपाल, बांग्लादेश, मलेशिया, थाइलैंड समेत कई देशों की करेंसी चीन स्थित प्रिंटिंग प्रेस में छापी जा रही हैं.
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