कश्मीर मुद्दे के अंतरराष्ट्रीयकरण करने की पाकिस्तान की नापाक कोशिश पूरी तरह विफल हो चुकी है, लेकिन वह फिर भी अपनी करतूत से बाज नहीं आ रहा है. अब पाकिस्तान के सबसे करीबी दोस्त चीन ने भी उसको करारा जवाब दे दिया है. चीनी मीडिया ने कहा है कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे के अंतरराष्ट्रीयकरण करने के लिए शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) का इस्तेमाल नहीं कर सकता है.अभी-अभी: लोकतंत्र के माथे पर लगा ये काला धब्बा ‘टीवी के हीरो’ का सबसे बड़ा झूठ आया सामने…
चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह संगठन कश्मीर मुद्दे के अंतरराष्ट्रीयकरण करने में कतई समर्थन नहीं करेगा. पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर मुद्दे को उछालने की लंबे समय से कोशिश कर रहा है, लेकिन उसको हर बार मुंह की खानी पड़ रही है. इस बाबत भारत का कहना है कि कश्मीर विवाद द्विपक्षीय मुद्दा है. लिहाजा इसको पाकिस्तान और भारत सुलझाएंगे.
अभी तक पाकिस्तान को लगता था कि कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उछालने में चीन उसकी मदद करेगा. मालूम हो कि बृहस्पतिवार से छह सदस्यीय SCO समिट शुरू हो रहा है, जिसमें भारत और पाकिस्तान को नए सदस्यत के रूप में शामिल करने की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी.
हालांकि ग्लोबल टाइम्स ने चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्पोरेरी इंटरनेशनल रिलेशंस में एंटी-टेरोरिज्म एक्सपर्ट ली वेई के हवाले से यह भी कहा कि अगर दोनों देशों को जरूरत पड़ी, तो SCO के सदस्य देश समर्थन और सहयोग की पेशकश करेंगे. चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्पोरेरी इंटरनेशनल रिलेशंस देश के सुरक्षा मंत्रालय से जुड़ा एक शक्तिशाली थिंक-टैंक है. चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि SCO भारत और पाकिस्तान के लड़ाई का मंच नहीं होगा. इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी संकेत दिया है कि यह संगठन उसकी सबसे महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड परियोजना का समर्थन कर सकती है. मालूम हो कि यह संगठन चीन के प्रभुत्व वाला है.