डॉगी इंसानों के लिए वफादार क्यों होते हैं, इस बात का पता आज आपको इस वीडियो को देखकर लग सकता है। मालिक के हाव—भाव को देखकर वे उसके मूड को समझ लेते हैं, वैसे ही खतरे को भी भांप लेने की क्षमता होती है। एक शोध में पता चला है कि इंसान जो भी हाव-भाव बनाता है उसके पीछे की भावनाओं को समझने की काबिलियत एक डॉगी में होती है। शोध में इस बात का भी प्रमाण दिया गया है कि मानवीय भावों को जानने के लिए डॉगी अपने दिमाग के अलग-अलग हिस्सों का इस्तेमाल करते हैं।
रिसर्च में किया दावा
इटली के यूनिवर्सिटी आॅफ बैरी आॅल्दो मोरो के मार्सेलो सिनास्की, सेरेनेला डी इंजियो और एंजेलो क्वारंटा ने अपने रिसर्च में बताया है कि अगर कोई डॉगी अपना सिर बाईं ओर मोड़ता है तो इसका मतलब है कि सामने वाला व्यक्ति डरा हुआ है, नाराज है या फिर खुश है। अगर किसी के चेहरे पर आश्चर्य या सरप्राइज होने का भाव होता है तो डॉगी अपना सिर दाईं ओर घुमा लेता है। अगर किसी का दिन बुरा होता है या उसके साथ अच्छा नहीं हुआ होता है तो उस समय डॉगी के दिल की धड़कनें तेज होती हैं। स्प्रिंगर्स जनरल लर्निंग एंड बिहेवियर में छपे इस रिसर्च में बताया गया है कि डॉगी इंसानों के साथ कैसे जुड़े रहते हैं। हालिया शोध में बताया गया है कि डॉगी के ब्रेन का कैनाइन वाला हिस्सा किसी भी शख्स के आवाज, शरीर के गंध और हाव-भाव के पीछे के भावनात्मक संकेतों को पकड़ सकता है और उनके चेहरे को पढ़ सकता है।