सूत्र ने बताया कि सरकार ने हर मंत्रालय और विभाग से कहा गया है कि वह अपनी उपलब्धियों का डाटा नियमित अंतराल पर देता रहे। उनसे कहा गया है कि वह पिछले चार सालों में रोजगार के अवसर पैदा करने से संबंधित सभी सूचनाए दें। सूत्रों का कहना है कि सरकार नौकरियों को लेकर सभी विवरण खासतौर से संगठित क्षेत्रों का ब्यौरा देगी। हमें उम्मीद है कि सभी क्षेत्रों का डाटा आने के बाद एक अच्छी रिपोर्ट बनेगी।
कांग्रेस बेरोजगारी के मुद्दे पर लगातार नरेंद्र मोदी सरकार को निशाना बनाती रही है कि वह हर साल 2 करोड़ नौकरियां पैदा करने के अपने वादे को पूरा नहीं कर पाई है। हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया था कि जहां एक तरफ चीन ने 24 घंटे के दौरान 50,000 युवाओं को नौकरी दी है। वहीं नरेंद्र मोदी 24 घंटे के दौरान केवल 450 लोगों को नौकरी दे पाए हैं।