छत्तीसगढ़ में कई सड़कें खस्ताहाल में हैं, इन सड़कों को बनवाने के लिए अक्सर धरना-प्रदर्शन भी किए जाते हैं। लेकिन कोरबा जिले की खराब सड़कों को लेकर आप के युवा नेताओं के अनोखे तरह से प्रदर्शन कर सभी का ध्यान खींच लिया। इंटरनेट मीडिया पर तो वायरल वीडियों को लाखों लोग मजे लेकर देख रहे है। दरअसल युवाओं ने खस्ताहाल सड़कों के प्रति जिम्मेदारों का ध्यान दिलाने ऐसा तरीका अपनाया जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया।खराब सड़क के किनारे खड़े होकर युवा अनोखे अंदाज में प्रदर्शन करते हुए गाना गा रहे थे,इस गाने के बोल थे-दारु में बिक जाओगे तो ऐसी रोड पाओगे।वे आने-जाने लोगों से यह कह रहे थे कि ऐसी सड़कों के लिए वे लोग खुद जिम्मेदार हैं, जो ऐसे जन प्रतिनिधियों को चुनते हैं।
विवादों के बीच बस टर्मिनल का लोकार्पण
भाठागांव में 50 करोड़ की लागत से बना नया बस टर्मिनल का लोकापर्ण 23 अगस्त को मुख्यमंत्री के हाथों कराने की तैयारी है लेकिन विवाद से नगर निगम प्रशासन का पीछा नहीं छूट रहा है। दरअसल विवाद बस स्टैंड बनाने दूधाधारी मठ से ली गई 30 एकड़ जमीन के बदले वो चार शर्त पूरा करना था लेकिन 14 साल बाद केवल एक शर्त पूरी की गई, इससे विवाद बढ़ना संवभाविक है। हालांकि मठ के महंत ने साफ कर दिया है कि वे लोकार्पण से कोई आपत्ति नहीं है। 23 अगस्त से पहले तक प्रशासन को सभी शर्त को पूरा करने की उम्मीद है।हालांकि निगम के अफसर दबी जुबान से यह कह रहे है कि फिलहाल जल्दीबाजी में तीन शर्त पूरा नहीं किया जा सकता। ऐसे में बस टर्मिनल का लोकार्पण विवादों के बीच होने की संभावना है।
लौट आया सलटारा
शहर के एक पुलिस थाने में लंबे समय से एक ऐसे शख्स की धमक बनी हुई है जो ना तो वर्दीधारी है ना ही किसी अफसर का रिश्तेदार है लेकिन जलवा किसी थानेदार से कम नहीं है।वह पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी वाहन में दल-बल के साथ दिन और रात में न केवल घूमता है बल्कि थाने में किसी भी विवेचना अधिकारी की कुर्सी पर बैठकर वह शिकायत लेकर आने वालों से बातचीत कर सेटिंग करता दिखाई दे जाता है।यहीं नहीं इलाके में अवैध कबाड़,शराब, सट्टा, जुआ, गांजा और अन्य गलत धंधे करने वालों से सीधे वह खुद ही लेनदेन करता है। इस सलटारे की थाने में बढ़ रही धमक की शिकायत अफसरों तक पहुंची तो बात थानेदार के उपर आ गई। खुद को बचाने थानेदार ने कुछ दिनों तक सलटारे को थाने से दूर रखा, लेकिन शिकायत शांत पड़ते ही फिर बुला लिया।
रिटायर्ड कर्मचारी के हाथ संपत्ति कर की वसूली
रायपुर नगर निगम आए दिन कोई न कोई गड़बड़ी को लेकर सुर्खियों में रहता हैं।नया मामला जोन चार में सामने आया। यहां एक महीने पहले रिटायर्ड हो चुके एक कर्मचारी के हाथों में संपत्ति कर टैक्स की वसूली थमा दी गई।यहीं उनकी जगह पर जिस व्यक्ति की नियुक्ति हुई है उसे अब तक पूरा प्रभार भी नहीं सौंपा गया।इसकी शिकायत निगम अधिकारियों से लेकर पार्षदों तक की गई लेकिन सभी मौन है। अब विपक्ष के पार्षदों के साथ नेता प्रतिपक्ष को शिकायत की गई है। वैसे भी विपक्ष के आपत्ति, शिकायत की कोई सुनवाई नहीं होती। सामान्य सभा की बैठक में यह साफ तौर पर दिखाई भी दे गया।लाख विरोध करने के बाद भी करोड़ों खर्च कर मशीनों से स़ड़कों की सफाई समेत अनेक प्रस्ताव पास कर दिया गया।निगम मुख्यालय में चर्चा है कि एक बड़े अधिकारी का रिटायर्ड कर्मचारी के सिर पर हाथ है।