मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में सोमवार को अबतक का रिकार्ड टूट गया। एक हजार से अधिक लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचे। उन्हें गोरखनाथ मंदिर के हिन्दू सेवाश्रम के साथ यात्री निवास में भी बैठाया गया था। जो लोग बाहर लाइन में रह गए थे, उन्हें बाद में अहदर बुलाया गया। करीब दो घण्टे से अधिक समय तक मुख्यमंत्री ने एक-एक व्यक्ति तक पहुंचकर उनकी बात सुनी और अधिकारियों को निस्तारण का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की समस्याओं का निस्तारण तहसील एवं थाना स्तर पर ही कर दिया जाये। निस्तारण समयबद्ध तरीके से पूरी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए।
फरियादियों की लगी थी लंबी कतार
सुबह से ही विभिन्न जिलों के लोग गोरखनाथ मंदिर पहुंचने लगे थे। मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या बताने के लिए उनमें उत्सुकता नजर आ रही थी। सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस के जवानों को लाइन लगवाकर जनता दर्शन हाल तक पहुंचाने में मशक्कत करनी पड़ी। पहले हिन्दू सेवाश्रम फिर यात्री निवास में लगी कुर्सियों पर लोगों को बैठाया गया। करीब 100 से अधिक लोग बाहर लाइन में रह गए। मुख्यमंत्री सुबह करीब सात बजे जनता दर्शन में पहुंचे। बाहर लाइन देखकर उन्होंने निर्देश दिया जगह होने पर सभी को अंदर बुलाया जाये।
तहसील व थाना स्तर के थे अधिकांश मामले
मुख्यमंत्री एक-एक व्यक्ति तक गए और उनकी समस्या सुनी। अधिकतर मामले तहसील एवं थाना स्तर के थे। जमीन से जुड़े विवाद, पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने एवं घरेलू समस्याएं लेकर भी लोग जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंचे थे। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जनता दर्शन में आने को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सवाल भी किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर समस्याओं का निस्तारण कर दिया जाये तो लोगों को यहां आने की जरूरत नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने लोगों को समस्याओं के समाधान का भरोसा भी दिलाया।
गायों को गुड़ चना भी खिलाया
इससे पहले मुख्यमंत्री ने गुरु गोरखनाथ की पूजा अर्चना की और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधि स्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। मंदिर भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री गोशाला पहुंचे और गायों को गुड़-चना खिलाया। इसके बाद वह जनता दर्शन कार्यक्रम में गए।