मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन सुनवाई में खराब परफार्मेंस वाले कई जिलों के कलेक्टर व कप्तान से योगी ने सीधे बात कर उन्हें कार्यशैली सुधारने की हिदायत दी। सीएम योगी ने कहा कि संदिग्ध आचरण वाले कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने ‘जन सुनवाई’ में खराब परफार्मेंस पर कानपुर के कप्तान से स्पष्टीकरण पूछा और कार्यशैली सुधारने की चेतावनी दी।
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योगी रविवार को वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिए दीवाली व छठ पूजा की तैयारियों, धान खरीद, किसान ऋण माफी की प्रगति व जन समस्याओं की सुनवाई से जुड़े मामलों की समीक्षा के लिए जिलों के डीएम, एसएसपी, कमिश्नर, आईजी व डीआईजी से मुखातिब थे। कानपुर शहर का नंबर आने पर सीएम ने एसएसपी सोनिया सिंह से जूही परमपुरवा मुहर्रम पर हुए बवाल पर सवाल किया। पूछा कि बवाल कैसे हुआ, वहां पर पर्याप्त फोर्स था या नहीं, बवाल कंट्रोल करने के लिए क्या किया, कितने उपद्रवियों को पकड़ा गया।
एसएसपी ने 12 उपद्रवियों को गिरफ्तार जेल भेजे जाने की जानकारी सीएम को दी। इस पर सीएम ने कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए। नाराजगी जताते हुए उपद्रवियों को जल्द गिरफ्तार किए जाने के निर्देश दिए। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहाकि तहसील व थाना स्तर पर प्रभावी व संवेदनशील तरीके से समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को जनसुनवाई पोर्टल पर आने वाली शिकायतों पर की गई कार्रवाई का रैंडम तरीके से 5 प्रतिशत जांच करने का निर्देश दिया।
योगी ने ‘जन सुनवाई’ में खराब परफार्मेंस वाले जिलों गोंडा, चंदौली, अंबेडकरनगर, बलिया, औरैया और बिजनौर केडीएम तथा बिजनौर, गोंडा, कानपुर नगर, कुशीनगर व हरदोई आदि जिलों के कप्तान से स्पष्टीकरण पूछा और कार्यशैली सुधारने की चेतावनी दी। उन्होंने कई जिलों के शिकायतकर्ताओं से भी फीडबैक लिया। कई जिलों के शिकायतकर्ताओं ने असंतुष्टि जताई।
कुलपति व छात्रों से संवाद करें अफसर
वीसी में बीएचयू जैसी घटनाओं की छाप नजर आई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे विश्वविद्यालयों के कुलपति व संस्था अध्यक्षों के साथ समय-समय पर बैठकें करें। महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कैंपस से जुड़े मामलों में छात्र-छात्राओं से संवाद हो तो घटनाएं रोकी जा सकती हैं।