अभी हाल ही में सेना प्रमुख ने बयान दिया है कि सेना को पत्थर मारने वाले और सेना के काम में रुकावट पैदा करने वाले भी आतंकी समझ जाएंगे और इस बयान के बाद मुस्लिम वोटों की सबसे बड़ी दलाल पार्टियों में भूकम्प मच गया है।
इतना ही नहीं हाल ही में सेना के एक बड़े अफ़सर को इसलिए जान गंवानी पड़ी, पाकिस्तानी परस्तों ने सेना की गाड़ियों को घेर लिया और सेना के अफ़सर को समय पर हस्पताल नहीं पहुँचाया जा सका।
जिसके बाद पाकिस्तान की चहेती और आतंकियों की सपोर्ट करने वाली पार्टियों का बयान आया है कि कश्मीर के लोग भी भारतीय हैं और उन्हें भी विरोध करने का अधिकार है। लेकिन ये कैसा विरोध, किस स्तर का विरोध ? क्या कोई सेना को पत्थर मारकर विरोध करेगा ?
फिर भी हमारे देश के अगर कांग्रेस समेत कुछ पार्टियों को विरोध का ये तरीक़ा सही लगता है तो क्या कांग्रेस और सेना प्रमुख के बयान पर बयानबाज़ी करने वाली पार्टियाँ और नेता देश के नागरिकों को अपने ऊपर विरोध के लिए पत्थर बरसाने का अधिकार देंगे?
आज ऐसा ही एक विडियो हम आपको दिखाने जा रहे हैं जिसमें कश्मीरियों की करतूत सामने दिख रही है, वे कैसे आतंकियों की मदद के लिए सेना के ख़िलाफ़ काम करते हैं।