मुंबई में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप हक्के-बक्के रह जाएंगे. यहां बकरी को लेकर हुए एक विवाद में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के लोगों को अगवा कर लूटपाट की. और तो और, आरोपियों ने पीड़ित पक्ष को ही गुनाहगार बताकर पुलिस से पकड़वा दिया.बड़ी खबर: समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता के बेटे को हिंदू लड़की से की शादी करने के सम्बन्ध में फोन पर मिली जान से मारने की धमकी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते 8 जून खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर कुछ लोग कोलाबा स्थित निचली अदालत के पास से 3 लोगों को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए. रास्ते में उनके साथ मारपीट की गई और 1 लाख रुपये भी लूट लिए. जिसके बाद आरोपियों ने ही पीड़ितों को घाटकोपर पुलिस के हवाले कर दिया.
पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक आरोपी कैफ अली बहादुर खान को गिरफ्तार किया, तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ. दरअसल घाटकोपर के गौसिया नगर इलाके के रहने वाले हारून खान का कुछ दिनों पहले अपने पड़ोसी अब्दुल्ला मलिक से बकरी को लेकर विवाद हुआ था.
विवाद के बाद दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. इस केस में जमानत लेने के लिए हारुन के पिता कमालुद्दीन, भाई मिराज और एक रिश्तेदार कोलाबा स्थित अदालत गए थे. तभी वहां तीन लोगों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताते हुए उन्हें जबरन गाड़ी में बैठा लिया.
मिराज ने बताया कि आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की और उनके पास जमानत के लिए रखे 1 लाख रुपये भी छीन लिए. जिसके बाद आरोपी खुद उन्हें घाटकोपर पुलिस के हवाले कर आए. शुरूआती जांच के बाद पुलिस को माजरा समझ आया और फिर इस पूरे मामले का खुलासा हो गया. फिलहाल दो आरोपी अभी गिरफ्त से बाहर हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है.