बिहार के जलसंसाधन मंत्री ललन सिंह का कहना है कि किशनगंज, अररिया और कटिहार में बाढ़ की वजह बेतहाशा बारिश है. उनका कहना है कि पिछले चार दिनों में नेपाल में 476 मिली मीटर बारिश हुई है. साथ ही अररिया, किशनगज, पूर्णिया कटिहार, और सुपौल में करीब 80 मिमि तक बारिश हुई.बिहार में बाढ़ ने मचाई तबाही, अबतक 72 लोगो की हुई मौत, 73.44 लाख बाढ़ से प्रभावित
ललन सिंह का दावा है कि दोनों जगह की बारिश को मिलाने पर लगभग 700 मिमी बारिश हुई. उनके मुताबिक 24 घंटे में इतनी बारिश होने चलते कड़कड़ी नदी, परमार नदी और बकरा नदी का जल स्तर बढ़ गया. जिसके चलते किशनगंज और अररिया में बाढ़ ने भयानक रूप ले लिया.
नहीं टूटा बांध
ललन सिंह का दावा है कि कोसी नदी का पानी साढ़े चार लाख क्यूसेक तक पहुंच गया है, मगर कोसी तटबंध के बांध कहीं से नहीं टूटा. उन्होंने कहा कि जो खबरें चल रही हैं, वो आधारहीन हैं. ललन सिंह ने कहा कि नदी या बांध के आसपास कोई गांव होगा, तो उसे नहीं बचाया जा सकता. हालांकि, उन्होंने कहा कि बेतिया और राम नगर के कुछ इलाकों में नहर का तटबंध क्षतिग्रस्त हुआ है. उन्होंने बताया कि नेपाल से पानी छोड़े जाने पर ऐसा हुआ.
हालात पर नियंत्रण
ललन सिंह का दावा है कि लगातार राहत-बचाव का काम चल रहा है. कई जगह पानी की स्तर नीचे जा रहा है. उन्होंने बताया कि वेस्टर्न गंडक में सारण मुख्य तटबंध को नियंत्रित कर लिया गया है. ललन सिंह ने बताया कि प्रशासन मुस्तैदी से हालात सुधारने में लगा हुआ है. प्रभावित इलाकों में डीएम खुद कैम्प कर रहे हैं.
ट्रेनों पर असर
बाढ़ के चलते बिहार के अलावा राजस्थान में भी रेल यातायात पर असर पड़ा है. उत्तर पश्चिमी रेल मंडल बीकानेर की कई ट्रेन पूरी तरह से प्रभावित हुई हैं. राजस्थान से असम, गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ रूट पर चलने वाली ट्रेन रद्द कर दी गई हैं. वहीं अवध-असाम एक्सप्रेस को भी रद्द कर दिया गया है. इसके अलावा लालगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस, उदयपुर-न्यूजलपाईगुड़ी एक्सप्रेस, बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस, बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस, किशनगंज-अजमेर एक्सप्रेस रद्द कर दी गई हैं.