लखनऊ : भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी बढ़ती हुई आबादी और ट्रैफिक एक बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है। यहीं वजह है कि अब लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए वैकल्पिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही एक देश में ड्रोन टैक्सी की शुरूआत होने वाली है।
आईयें हम आपको बताते हैं कि कौन सा देश इस नये ट्रांसपोर्ट सिस्टम को शुरू करने जा रहा है। दुबई में जल्द ही ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए ड्रोन टैक्सी उतारने की तैयारी है। वल्र्ड गवर्नमेंट समिट में इन्हें पेश किया गया है और इन्हें जुलाई में पर्यटकों और आम सवारियों को ढोने के लिए उतार दिया जाएगा। यह घोषणा दुबई के सड़क एवं यातायात एजेंसी के प्रमुख मातर अल तायेर ने हाल ही में की है।
चीन निर्मित इस टैक्सी का नाम ईहांग 184 है और इसमें चार पैर हैंए जिनमें दो छोटे-छोटे पंखे लगे हुए। अंडे के आकार का यह बेहद छोटा यान मानवरहित यानि पायलट रहित होगा। इसकी उडऩे की क्षमता 30 मिनट होगी और इसमें एक व्यक्ति के बैठने की जगह है। इसमें बैठने वाली सवारियों को यान में अपने गंतव्य के बारे में टचस्क्रीन डैशबोर्ड पर जानकारी अंकित करनी होगी। इसके अलावा ओला या उबर जैसी एप्लिकेशन के जरिये भी यह सुविधा ली जा सकती है।
जमीन पर बने नियंत्रण कक्ष के जरिये इन टैक्सियों की लगातार निगरानी की जाएगी। खास बात यह है कि फ्रांस की विमान निर्माता कंपनी एयरबस इसी वर्ष अपनी एयर टैक्सी का परीक्षण शुरू करने वाली है। एयरबस ने पिछले साल एयर टैक्सी के लिए अलग इकाई बनाई थीए जो इस अवधारणा पर काम कर रही है।