जलीकट्टू को लेकर तमिलनाडु में मचे घमासान के बीच आई कुछ तस्वीरें और वीडियो ने हंगामा खड़ा कर दिया है। प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की बर्बरता के सबूत साफ देखे जा सकते हैं। मामला सामने आने के बाद घिरी तमिलनाडु पुलिस अब जैसे तैसे बचाव का प्रयास कर रही है।
मीडिया में सामने आए एक वीडियो में दिख रहा है कि कैसे घर के बाहर खड़ी एक महिला पर एक पुलिसकर्मी लाठी से वार करता है। इसके बाद एक और पुलिसकर्मी आकर महिला पर लाठी चलाता है उसके तुरंत बाद तीसरा पुलिसकर्मी लाठी लेकर महिला के ऊपर झपटता है, हालांकि इस बीच महिला घर के अंदर भाग जाती है जिसके बाद पुलिसकर्मी वहां से चले जाते हैं।
पुलिस की बर्बरता की यह वीडियो सामने आते ही तमिलनाडु पुलिस सवालों के घेरे में आ गई। हालांकि पुलिसकर्मियों का बचाव करते हुए चेन्नई के पुलिस आयुक्त एस जार्ज ने सफाई दी कि ऐसा लगता है जैसे इन वीडियो को बदला गया है। हम इन वीडियो की फुटेज को जांच के लिए साईबर सेल को दे रहे हैं। वहीं प्रदर्शनकारियों में से एक लोयोला कॉलेज के प्रोफेसर एंड्रयू सेसूराज ने बताया कि वहां बहुत संख्या में पुलिस थी, उन्होंने (पुलिस) ने लोगों पर हमला किया और पार्किगं में खडी गाड़ियों में तोड़फोड़ की।
रविवार रात अचानक यहां भारी संख्या में पहुंचे पुलिसकर्मियों ने पहले तो प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया और न मानने पर अचानक लाठीचार्ज करते हुए उन्हें खदेड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने जो भी सामने आया उसे जमकर पीटा। पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में अभिनेता कमल हासन ने भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए कहा कि वह भी जलीकट्टू का समर्थन करते हैं, लेकिन पुलिस ने जिस तरह लोगों के साथ बर्बरता की उसमें उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।