कांग्रेस ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जनांदोलन चलाने का फैसला किया है। पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि 7 जून से सभी विधानसभा हलकों में कांग्रेसी कार्यकर्ता केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए रैलियां व प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी से लेकर किसानों व अन्य तमाम मुद्दों पर केंद्र सरकार फेल रही है। उन्होंने कहा कि लंगर पर लगने वाले जीएसटी का मुद्दा भी सर्वप्रथम कांग्र्रेस ने ही उठाया था। अब जब केंद्र सरकार ने इसे हटाया तो अकाली दल इसका श्रेय खुद लेने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि किसानों से लेकर मध्यम व निचले मध्यम वर्ग तथा मजदूरों का जीना दूभर हो गया है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को लेकर कांग्रेस कभी भी चुप नहीं बैठी थी। अब केंद्र की जनविरोधी नीतियों को लेकर कांग्रेस हर विधानसभा हलके में रैलियां करके लोगों को जागरूक करेगी। साथ ही उन्होंने अकाली दल की खिंचाई करते हुए कहा कि अकाली दल खुद को किसानों की पार्टी कहती है, लेकिन किसानों के हित में इनके द्वारा किया कोई काम नजर नहीं आता।
जाखड़ ने कहा कि 31 मई 2012 को जब क्रूड ऑयल की कीमत 105 डॉलर प्रति बैरल थी तो यूपीए के समय डीजल की कीमत 40.91 रुपये और पेट्रोल की 73.18 रुपये प्रति लीटर थी, जबकि आज क्रूड ऑयल 67.50 डॉलर प्रति बैरल है और डीजल 69.09 रुपये और पेट्रोल 78.12 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। जाखड़ ने सस्ता क्रूड ऑयल लेकर महंगे दामों पर बेचे जा रहे डीजल को लेकर मोदी सरकार से पूछा कि यह पैसा कहां जा रहा है?
जाखड़ ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार साहूकारों की सरकार है। उन्होंने कहा कि धान की रोपाई सिर पर है और यदि पिछले न्यूनतम समर्थन मूल्य और डीजल की कीमतों को ही आधार बना लिया जाए तो अब तक 19 रुपये प्रति लीटर डीजल बढ़ चुका है। पंजाब में 29.50 लाख हेक्टेयर पर धान की रोपाई होती है यानी कि पंजाब के धान पैदा करने वालों पर ही 1200 से 1500 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ गया है। उन्होंने किसानों से एमएसपी पर 50 फीसद लाभ देते हुए 100 रुपये प्रति क्विंटल बोनस देने की मांग की।