जानलेवा ऑनलाइन गेम ‘ब्लू ह्वेल चैलेंज’ से अब नौवीं में पढऩे वाले 14 साल के एक छात्र को बचाया गया है। वह इस गेम में मिले टास्क को पूरा करने के लिए जब गुरुवार को पुणे जा रहा था तो रास्ते में ही पुलिस ने उसे रोक लिया। छात्र महाराष्ट्र के सोलापुर का रहने वाला है। एक दिन पहले इंदौर में इस गेम के चक्कर में तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने जा रहे 13 साल के बच्चे को उसके दोस्तों ने बचाया था।मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने दो आरोपी मंत्रियों को इस्तीफे देने से रोका
पुणे जिला पुलिस ने गुरुवार को बताया कि सोलापुर पुलिस की सूचना पर भिगवान में गुरुवार को राज्य परिवहन की एक बस रोकी गई। पुणे आ रही इस बस में छात्र भी सवार था। भिगवान पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि जब किशोर उम्र के छात्र को रोका गया तो वह अपने होश में नहीं था। उसे थाने लाया गया। सूचना मिलने पर उसके कारोबारी पिता पुलिस स्टेशन आए और उसे अपने साथ लेकर चले गए।
क्या है ब्लू ह्वेल
रूस में बने ब्लू ह्वेल गेम को खेलने वालों को हर टास्क के बाद ब्लेड से हाथ पर कट लगाने को कहा जाता है। इससे ह्वेल मछली की आकृति बनती है। उन्हें डरावनी फिल्म भी देखने का टास्क दिया जाता है। गेम के 50वें दिन ऊंची इमारत से छलांग लगाने को कहा जाता है।