हर साल अगस्त महीने के पहले रविवार को मनाया जाने वाला ‘फ्रेंडशिप डे’ भारत में भी पिछले कुछ सालों से काफी पॉपुलर हो रहा है. फ्रेंडशिप डे मनाने का चलन पश्चिमी देशों से शुरु हुआ. इस दिन ग्रीटिंग कार्ड, व्हाट्सएप, फेसबुक के जरिए लोग एक दूसरे को बधाई देते हैं और सच्ची दोस्ती निभाने का वादा करते हैं.
इसे मनाने के पीछे की कहानी दुनिया के सबसे बड़े युद्धों मे से एक से जुड़ी है. कहा जाता है प्रथम विश्व युद्ध के बाद लोगों और देशों के बीच आपसी शत्रुता और नफरत की भावना ने जन्म ले लिया था और इन्हीं सब को खत्म करने के लिए फ्रेंडशिप डे की शुरुआत की गई.
ये भी पढ़े: विजेंदर का बयान, बॉर्डर पर शांति के लिए चीनी मुक्केबाज को वापस दी जीत की बेल्ट
अमेरिकी सरकार ने फ्रेंडशिप डे की शुरुआत 1935 में की थी और उसी समय ये तय किया गया कि इस दिन को अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाएगा. कहा जाता है कि इस दिन को मनाने के लिए रविवार को ही चुनने का कारण ये है कि इस दिन छुट्टी होती है जिससे सभी लोग अपने दोस्तों से मिल सकेंगे.
ये भी पढ़े: बड़ी खबर: श्रीलंका ने चीन संग अच्छे रिश्ते बनाने के लिए बढ़ाया ये बड़ा कदम और साथ ही दिये लाखों डॉलर
अगर देखा जाए तो भारत में रामायण और महाभारत के समय से ही दोस्ती का बड़ा महत्व रहा है. इसमें सबसे बड़ा उदाहरण कृष्ण और सुदामा की दोस्ती का रहा है. आज भी दोस्त का जिक्र होने पर इनकी दोस्ती की बात की जाती है. कृष्ण ने अपने गरीब मित्र की मित्रता का सम्मान भी रखा और उनकी गरीबी को भी हर लिया था.