राम रहीम की ‘दुलारी’ हनीप्रीत एक्टर अक्षय कुमार की दीवानी थी और उनके साथ काम करना चाहती थी। इस सपने को पूरा करने के लिए देखिए वह किस हद तक चली गई थी।
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दरअसल, अध्यात्म से रॉकस्टार बने डेरामुखी का सफर अचानक ही शुरू नहीं हो गया। इसकी पटकथा बहुत ही शातिराना अंदाज में रची गई और इसकी रचयिता थी डेरामुखी की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत। डेरामुखी के लिए परिवार से ज्यादा खास बन चुकी हनीप्रीत दरअसल खुद फिल्मी स्टार बनना चाहती थी और एक्शन हीरो अक्षय कुमार के साथ फिल्म करना चाहती थी। अपनी इसी लालसा को पूरा करने के लिए हनीप्रीत ने डेरामुखी को सीढ़ी बनाया।
हनीप्रीत ने महज दो साल में डेरामुखी की पांच हिंदी फिल्में तैयार कर रिलीज करवा डालीं। इनमें से तीन फिल्मों में बाकायदा हनीप्रीत ने बतौर हीरोइन भी काम किया, जबकि सभी फिल्मों में डायरेक्टर, एडिटर से लेकर 21 तरह के काम करके हनीप्रीत ने विश्व विख्यात स्टार जैकी चेक का रिकार्ड तोड़ देने का भी दावा किया। वहीं डेरे की गलत गतिविधियों के चलते डेरा छोड़ चुके डेरामुखी परिवार के खास नजदीकी भूपेंद्र सिंह ने एक और खुलासा किया।
भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हनीप्रीत को बचपन से ही फिल्मी स्टार बनने का शौक था। डेरामुखी के नजदीक आने के बाद उसे अपनी इस हसरत को पूरा करने का मंच मिल गया। उनके अनुसार दरअसल, हनीप्रीत खुद बालीवुड स्टार बनना चाहती थी और बालीवुड केखिलाड़ी कहे जाने वाले एक्शन हीरो अक्षय कुमार से बहुत प्रभावित थी। वह अक्षय कुमार केसाथ एक्शन फिल्म करना चाहती थी। इसके अतिरिक्त सलमान खान भी उसके पसंदीदा हीरो में से एक थे।
भूपेंद्र ने बताया कि इसी के चलते डेरामुखी और हनीप्रीत ने मुंबई के उस पॉश इलाके में करोड़ों के तीन फ्लैट भी खरीदे, जहां बालीवुड सितारों के फ्लैट हैं। उन्होंने बताया कि डेरे की कमाई को भी फिल्मों में लगवाकर उसे सफेद धन में बदलवाने के पीछे हनीप्रीत का ही दिमाग था।
डेरे में ‘बिग बॉस’ जैसा शो भी हुआ था
डेरा छोड़ चुके एक और अनुयायी गुरदास सिंह के अनुसार फिल्मों में आने से पहले डेरे में मशहूर शो बिग बॉस की तर्ज पर एक शो डेरे में भी करवाया गया था। इसकी रचयिता भी हनीप्रीत थी। उधर, डेरामुखी के नजदीक आने के बाद मुंहबोली बेटी हनीप्रीत ने खुद को पापा (डेरामुखी) की एंजल बताना शुरू कर दिया था। एक समय तो यह था कि हनीप्रीत को डेरे के चौथे वंशज के रूप में भी देखा जाने लगा था।