ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शनिवार से 3 मैचों की टी-20 सीरीज खेली जानी है। पहला मैच रांची में 7 अक्टूबर को खेला जाएगा। दूसरा मैच 10 अक्टूबर को गुवाहाटी में तथा तीसरा मैच 13 अक्टूबर को हैदराबाद में खेला जाएगा। टीम के चयन में चयनकर्ताओं ने नए चेहरों को प्राथमिकता नहीं दी है। 38 वर्षीय आशीष नेहरा ने 8 माह बाद टीम वापसी की है। टीम में उन्हें शामिल करने पर सोशल मीडिया में मजाक भी उड़ाया गया है। आईए इस स्लाइड में उन 5 खिलाड़ियों के बारे में जाने जिनकी टीम चयन में अनदेखी की गई है।
अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतर बल्लेबाजी की तथा चार मैचों में लगातार अर्धशतक लगाया। तीन मैचों में उन्होंने रोहित शर्मा के साथ शतकीय साझेदारी की। इसके बाद भी रहाणे की अनदेखी हुई। शिखर ध्वन की गैर मौजूदगी में ओपनिंग करने उतरे रहाणे का बल्ला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में चेन्नई में नहीं चला। वहां वह महज 5 रन ही बना सके। बाकी सभी मैचों में रहाणे ने लगातार चार अर्धशतक लगाए। उन्होंने कोलकाता में 55, इंदौर में 70, बेंगलुरू में 53 ओर नागपुर में 61 रनों की शानदार पारी खेली। 49 की औसत से पूरी सीरीज में 244 रन बनाए। तीसरे, चौथे और पांचवें वन डे में रोहित शर्मा के साथ रहाणे ने शतकीय साझेदारी भी की। बता दें कि टी-20 में रहाणे ने कई बेहतरीन पारियां खेली हैं। आईपीएल में उन्होंने काफी रन बनाए हैं।
सुरेश रैना
सुरेश रैना वन डे मैच में भले ही टीम में जगह बनाने की योग्यता नहीं रखते हों लेकिन टी-20 में वह बेहतर विकल्प हो सकते थे। रैना का चयन नहीं किए जाने से क्रिकेट प्रेमियों में निराशा है। सोशल मीडिया पर इस पर लोगों ने कमेंट भी किए हैं। रैना ने टी-20 में अब तक बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने 65 मैच में 132 96 की स्ट्राइक से 1307 रन बनाए हैं। जिनमें 1 शतक तथा 4 अर्धशतक शामिल है। दिनेश कार्तिक की जगह रैना की टीम में वापसी हो सकती थी। रैना हालांकि यो यो टेस्ट में पास नहीं हो पाए हैं। दिलीप ट्राफी में कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके हैं। यही वजह से उनका चयन नहीं हुआ होगा।
रिषभ पंत
20 वर्षीय इस विकेटकीपर बल्लेबाज को एमएस धोनी की मौजूदगी में टीम में जगह मिलना तय नहीं है। धोनी को 2019 विश्व कप के लिए टीम में एक अहम स्थान माना जा रहा है। यह सही भी है क्योंकि धोनी अब भी विकेट कीपिंग और बल्लेबाजी से मैच का रुख मोड़ने का माद्दा रखते हैं। लेकिन छोटे फॉर्मेट में उनकी जगह रिषभ पंत को मौका दिया जा सकता था। सही समय पर मौका नहीं मिलने पर क्रिकेट की कई प्रतिभाएं संवर नहीं पाती हैं। पंत दो इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ गत जुलाई में टी-20 मैच में उन्होंने 35 गेंदों में 38 रन बनाए थे।
युवराज सिंह
क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में युवराज सिंह बड़ी पारी अब भी खेल सकते हैं। क्योंकि उनके पास इस फॉर्मेट का विशेष अनुभव है। यो यो टेस्ट आज चयन का सबसे बड़ा मापदंड हो गया है। इस टेस्ट में युवराज के पास नहीं होने की वजह से उनको नजरअंदाज कर दिया गया। युवराज ने 58 टी-20 मैचों में 1177 रन बनाए हैं। 8 अर्धशतक लगाए हैं। 77 उनका सर्वाधिक स्कोर है।
मोहम्मद शमी
टीम इंडिया में अभी भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह तेज गेंदबाजी में दो अहम स्तंभ हैं। छोटे फॉर्मेट के लिए मोहम्मद शमी टीम में तीसरा विकल्प हो सकते थे। लेकिन चयनकर्ताओं ने 38 वर्षीय आशीष नेहरा पर भरोसा जताया। शमी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी एक वन डे में खिलाया गया। बाकी समय वह बेंच में ही बैठे रहे। शमी के अलावा रविंद्र जडेजा के नाम पर भी विचार नहीं किया गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन की वजह से नेहरा को शमी की अपेक्षा प्राथमिकता दी गई है।