प्रेग्नेंट होने के बाद महिलाओं के मन में कई सवाल आते हैं और उन सभी सवालों के जवाब भी उन्हें जरूर पता होने चाहिए। वैसे प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। इस दौरान महिलाओं को ज्यादा देखभाल की जरूरत है और दिनचर्या में कुछ बदलावों को करने की भी जरूरत है। इन सभी बदलावों में एक रनिंग और जॉगिंग (Running Benefits) शामिल है। हालाँकि अक्सर महिलाओं के मन में यह सवाल आता है कि रनिंग या जॉगिंग करने से प्रेगनेंसी के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं आएगी? तो आइए आज हम देते हैं आपके इस सवाल का जवाब।
गर्भावस्था में रनिंग करना कितना सही है?-
* कहा जाता है यदि महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान रनिंग करती हैं तो वे ऐसा करने से भी मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकती हैं। जी हाँ और इसके अलावा रनिंग करने से ना केवल मूड स्विंग की समस्या दूर हो सकती है बल्कि उदास मन से भी राहत मिल सकती है।
* आपको बता दें कि प्रेगनेंसी के दौरान रनिंग करने से प्रसव पीड़ा कम होती है। जब महिला का शरीर एक्टिव रहेगा तो प्रसव के दौरान ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं कपना पड़ेगा।
* आपको यह भी पता ही होगा कि प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाएं मोटापे का शिकार हो जाती हैं। ऐसे में वे यदि प्रगनेंसी के दौरान रनिंग करती है तो वजन नियंत्रित रह सकता है।
गर्भावस्था के दौरान रनिंग करने से होने वाले नुकसान-
* तेज नहीं दौड़ना चाहिए क्योंकि महिला तेज रनिंग करें तो इससे शरीर का संतुलन खराब हो सकता है।
* प्रेगनेंसी में रनिंग करने से कभी-कभी महिलाओं को तेज दर्द का सामना भी करना पड़ सकता है।
* प्रेगनेंसी के दौरान रनिंग करते वक्त यदि सिरदर्द, छाती में दर्द, योनि से तरल पदार्थों का आना, ब्लडिंग की समस्या होना, बेहोशी होना, चक्कर आना, मांसपेशियों में कमजोरी हो जाना जैसे लक्षण नजर आएं तो रनिंग करना छोड़ दें।