स्त्री हो या पुरुष दोनों के कई अंग अत्यधिक संवेदनशील होते है। जिनके बारे में जानकारी होना बेहद आवश्यक है। देखा गया है की पुरुष तो अपनी समस्याओं को खुलकर एक दूसरे या किसी एक्सपर्ट के साथ वार्तालाप में सुलझा लेते है लेकिन महिलाओं के साथ ऐसा नहीं होता।महिलाओं के निप्पल
महिलाए संकोच कर जाती है और अपनी परेशानी को दबा ले जाती है। जो बाद में एक बड़ी समस्या बन सकती है। तो चलिए आज हम आपको बताते है महिलाओं के सबसे संवेदनशील अंग उनके निप्पल के बारे में क्योंकि ज्यादातर लोगों के पास इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं होती।
निप्पल से जुड़े तमाम रोचक तथ्य और समस्याएं कुछ इस प्रकार है :-
निप्पल पियर्सिंग :- पियर्सिंग मौजूदा समय में फैशन का पैमाना बन गया है। लेकिन निप्पल पियर्सिंग सेक्स लाइफ को बुरी तरह प्रभावित करती है। यह ठीक होने में तकरीबन 8 से 10 महीने तक लेती है। अत ऐसा करने से पहले कई बार सोचें।
निप्पल और इयर लोब के बीच सम्बंध :- भले ये आश्चर्यजनक तथ्य है, लेकिन सच है कि निप्पल और इयर लोब के बीच गहरा सम्बंध है। इसके अलावा आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि निप्पलों के कई रंग और कई रूप होते हैं। ये गाढ़े, हल्के, गुलाबी, ब्राउन, छोटे, बड़े हर आकार में होते हैं। यह पूरी तरह सामान्यत हैं। और यह अक्सर महिलाओं में देखा जाता है।
एक दूसरे से भिन्न :- क्या आप जानते हैं कि आपके दोनों निप्पल एक दूसरे से भिन्न हो सकते हैं ? जी हां, आपको बता दें कि ये ट्विंस नहीं है। ऐसे में इनमें भिन्नता हो सकती है। सामान्यत दोनों निप्पलों में से एक छोटा और एक बड़ा होता है। यही नहीं दोनों में रंगभेद भी होता है। एक ज्यादा गाढ़े रंग का होता है तो दूसरा हल्के रंग का।
निप्पलगैस्म भी होता है :- शायद आपके लिए यह नया शब्द हो। लेकिन जिन महिलाओं के निप्पल अत्यधिक सेंसिटिव होते हैं, वे निप्पल के जरिये भी चरम सुख तक पहुंच सकती है। यही नहीं इसमें पुरुष की भूमिका भी अनिवार्य होती है। निप्पल का सेंसिटिव होना और पुरुष का महिला के साथ सही तरह से फोरप्ले करना। ये दोनों एक दूसरे के पूरक के रूप में होते हैं।
इन्वर्टेड निप्पल :- कुछ महिलाओं के निप्पल किसी एक दिशा की ओर झुके होते हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि चरमसुख की ओर पहुंचते वक्त निप्पल इरेक्ट हो जाते हैं और कामक्रीड़ा खत्म होने के बाद ये अपनी पुरानी स्थिति में लौट आते हैं।
निप्पल से खून निकलना :- यूं तो निप्पलों से खून कम ही निकलता है। लेकिन जो महिलाएं एथलीट होती हैं, उनके खून निकलने की आशंका बनी रहती है। और सामान्य महिलाओं में एक बात और गौर करने लायक है कि ज्यादार महिलाओं के गर्भववती होने पर ही निप्पल से रिसाव होता है लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हर समय जरूरी नहीं है कि महिला गर्भवती हो, तभी उसके निप्पल से रिसाव हो। यदि सेक्स के दौरान स्तन को पुरजोर से दबाया गया हो तो भी निप्पल से रिसाव हो सकता है। और गर्भावस्था में निप्पल के आकार और रंग में खासा फर्क देखने को मिलता है। निप्पल का रंग गाढ़ा और आकार बड़ा हो जाता है।
डार्क निप्पल कामुक होते हैं :- आपको हैरानी हो सकती है कि जिन महिलाओं के निप्पल डार्क होते हैं, उनके पति अकसर उनसे खुश रहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि डार्क निप्पल बेहद कामुक होते हैं। आपको जानकर और भी ज्यादा आश्चर्य होगा कि कई समुदायों में तो निप्पलों को डाई करने का चलन भी है।
निप्पल में लालिमा आना :- अगर आपके किसी भी एक निप्पल में लालिमा बढ़ रही है तो सजग हो जाएं। असल में निप्प्ल जो लालिमा लिये होती है, वो स्तन कैंसर की ओर इशारा कर रही है। अगर ऐसा है तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
कृत्रिम रूप से स्तन बड़ा करना :- कृत्रिम रूप से स्तन बड़े करने वाली महिलाओं को हम बता दें कि भले इससे स्तन खूबसूरत लगते हों। लेकिन इससे निप्पल की सेंसिटिव प्राय खत्म हो जाती है। यह न तो स्तन के लिए और न ही निप्पल के लिए अच्छे संकेत होते हैं। यही नहीं इससे चरमसुख पर पहुंचने में भी बाधा आती है।
निप्पल का संवेदनहीन होना :- यूं तो सेक्स के दौरान निप्पल की महति भूमिका है। बावजूद इसके कुछ महिलाओं के निप्पल संवेदनहीन होते हैं। मतलब यह कि सेक्स के दौरान उनके निप्पल कोई खास रोल अदा नहीं करते। शायद इस तथ्य पर आपको यकीन न हो लेकिन यह सच है कि निप्पल के इर्द-गिर्द सबके बाल होते हैं। पुरुषों के यह बाल दिखते हैं। जबकि महिलाओं के बाल बहुत छोटे होते हैं, जिन्हें छुआ नहीं जा सकता।
एरोला :- एराला निप्पल का वह हिस्सा है जो उसके इर्द गिर्द फैला होता है। आमतौर पर एरोला के सम्बंध में हम कम बातें ही जान पाते हैं। जबकि एरोला का आकार भी अलग अलग होता है। वह कभी बहुत छोटा हो सकता है तो कई महिलाओं में इसका आकार असामान्य रूप से बड़ा होता है। हालांकि यह सामान्य है।