देश के 14 वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का हरिद्वार से गहरा नाता रहा है। उन्होंने यहां के लिए जो काम किया है उसे लोग कभी भी नहीं भुला सकते हैं। चलिए जानते हैं उनके बारे में ये खास बात…
किसे कितने वोट मिले और चुनावी जीत के बाद भावुक होकर क्या बोले कोविंद?
बता दें कि रामनाथ कोविंद हरिद्वार स्थित दिव्य प्रेम सेवा मिशन के आजीवन संरक्षक हैं। वर्ष 2002 में राज्यसभा सांसद रहने के दौरान कोविंद ने कुष्ट रोगियों के लिए दिव्य प्रेम सेवा मिशन की ओर से संचालित विद्यालय के छात्रों के लिए बनाए छात्रावास में सांसद निधि से 25 लाख रुपए दिए थे।
जिसके लिए यहां आज भी कोविंद की पहल को सराहा जाता है। उनकी पत्नी सविता समाजसेवी हैं और मिशन की ओर से संचालित विद्यालय के एक बालक का सालाना खर्च भी उठाती हैं।
उन्होंने अर्धकुंभ के दौरान मिशन की ओर से ‘मंथन: भारतीय संस्कृति के विकास में गंगा’ विषय पर व्याख्यानमाला में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की थी।
वहीं कोविंद की पत्नी भी समाज सेवा में जुटी हुई हैं। हरिद्वार के माधवराव देवले शिक्षा मंदिर व वंदेमातरम कुंज पौड़ी गढ़वाल स्थित दिव्य भारत शिक्षा मंदिर में रहने वाले एक बालक का खर्चा कोविंद की पत्नी सविता उठाती हैं।