अक्सर आपने शादी या किसी त्योहार पर देखा होगा कि लोग तिलक में चावल का प्रयोग करते हैं। पूजन के समय माथे पर कुमकुम के तिलक लगाते समय चावल के दाने भी ललाट पर लगाए जाते हैं। पर क्या आप इसके पीछे का कारण जानते हैं…वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तिलक लगाने से दिमाग में शांति एवं शीतलता बनी रहती है। यहां चावल लगाने का कारण यह है कि चावल को शुद्धता का प्रतीक माना गया है।
शास्त्रों के अनुसार, चावल को हविष्य यानी हवन में देवताओं को चढ़ाया जाने वाला शुद्ध अन्न माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि कच्चा चावल सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने वाला होता है।
पूजा में भी कुमकुम के तिलक के ऊपर चावल के दाने इसलिए लगाए जाते हैं, ताकि हमारे आसपास जो भी नकारात्मक ऊर्जा उपस्थित हो, वह सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित हो जाए।