ब्लडप्रेशर कोई बीमारी नहीं हैं बल्कि एक नॉर्मल प्रोसेस हैं, किन्तु जब किसी कारण से यह प्रेशर कम या अधिक होता हैं तो इसे हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर कहते हैं. इसका संबंध हाइपरटेंशन से भी होता हैं. हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर की तरह होती हैं. इसके दो कारण होते हैं. एक होती हैं फिजिकल एक्टिविटी और दूसरी हैं मेंटल एक्टिविटी. इससे सबसे पहले असर हार्ट पर होता हैं, जिसके बाद आँखों, दिमाग और किडनी को नुकसान पहुँचता हैं.नवजात बच्चे की देखभाल करते समय रखे ध्यान, जानिए कैसे…
डॉक्टर्स के अनुसार, जब हाइपरटेंशन की समस्या होती हैं तब बॉडी में आर्टरीज को उचित तरीके से खून का सप्लाई नहीं हो पाता हैं, इससे स्ट्रोक होने का खतरा हो सकता हैं. यदि दिमाग की बात करे तो इस समस्या के कारण लकवे की बीमारी भी हो जाती हैं. ऐसे स्थिति तब पैदा होती हैं जब आपकी आर्टरीज गल जाती हैं और ब्लड क्लॉट के कारण ब्लड सप्लाई नहीं हो पाता हैं. इसे एम्बॉलिक स्ट्रोक भी कहते हैं. यदि आपका ब्लड प्रेशर 200-250 के ऊपर जाता है, तब ब्रेन हेमरेज होने की संभावना ज्यादा होती हैं.
हाइपरटेंशन से आँखों का रेटिना गलने लगता हैं, इस कारण दिखाई देना बंद हो जाता हैं. हाइपरटेंशन से किडनी में नेफ्रोपेथी की समस्या होने लगती हैं. इससे हार्ट रिलेक्स नहीं हो पाता हैं. इसके लिए हाइपरटेंशन से दूर रहने के लिए डाइट में हरी सब्जियां और सलाद शामिल करे.