हिचकी यानी कोई याद कर रहा है, इस तरह की धारणा हम आम लोगों में फैली हुई है. हिचकी को लेकर कई अंधविश्वास जुड़े हुए है. कुछ लोग यह भी कहते है कि चोरी करके कुछ खाने से भी हिचकी आती है. किन्तु विज्ञान इन बातो को नहीं मानता. विज्ञान के हिसाब से छाती और पेट के बीच मौजूद डायफ्राम नामक मसल्स होती है. यह इन्हें दो अलग-अलग हिस्सों में बांटती है.
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सांस लेने के दौरान डायफ्राम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. यदि किसी कारण डायफ्राम सिकुड़ जाती है तो लंग्स तेजी से हवा अंदर खींचते है, इस कारण सांस लेने में परेशानी आने लगती है. इसी कारण हिचकी आती है. जल्दी जल्दी खाने से खाना गले में फंसने का खतरा रहता है. यदि बार-बार पानी पी कर खाने को पेट के अंदर धकेल रहे है तो हिचकी आने लग जाती है. ज्यादा स्पाइसी फ़ूड के कारण भी हिचकी आने की संभावना रहती है.
शराब के अत्यधिक सेवन से भी हिचकियां आने का अंदेशा रहता है. पेट में दर्द या गैस्ट्रिक समस्या के कारण भी हिचकी आती है. ब्लड की कमी से भी हिचकी आती है. हिचकी को हल्के में न ले और तुरंत डॉक्टर से सलाह ले. हिचकी अगर घंटो तक न रुके तो यह खतरनाक स्थिति में तब्दील हो जाएगी. इसलिए डॉक्टर से तुरंत सलाह करे.
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