बीते कुछ समय में ChatGPT ने एक बड़ा मार्केट बना लिया है। यह इतनी तेजी से लोकप्रिय हुआ है कि अब कंपनी ने इसकी पेड वर्जन भी निकाल दिया है। हालांकि इसकी प्रतिस्पर्धी कंपनियों जैसे गूगल ने भी अपना AI चैटबॉट पेश किया है, लेकिन वह अभी टेस्टिंग फेज में हैं।
फिलहाल एक सामने आई है, जिसमें पता चला है कि Google ने अपने कर्मचारियों को एक मेल लिखकर Bard को इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान रखें, इसके बारे में बताया है।
ChatGPT को देगा टक्कर
Google सर्च के उपाध्यक्ष प्रभाकर राघवन ने कंपनी के कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा है ताकि यह सुनिश्चित करने में मदद मिल सके कि Bard सही से काम कर रहा है। Google के अधिकारियों ने बार्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल से खराब प्रतिक्रियाओं को ठीक करने के लिए क्या करें और क्या न करें के साथ कर्मचारियों को एक डॉक्यूमेंट भेजा। Google सर्च बॉस प्रभाकर राघवन ने कहा कि योगदानकर्ताओं को एक आंतरिक बैज और बार्ड टीम से सीधे मिलने का मौका मिलेगा।
Bard का परीक्षण करते समय क्या करें?
मेल में कहा गया कि उन विषयों पर उत्तर दोबारा लिखें जिन्हें आप अच्छी तरह समझते हैं। बताया जा रहा है कि बार्ड उदाहरण के द्वारा सबसे अच्छी तरह सीखता है, इसलिए प्रतिक्रिया को फिर से लिखने के लिए समय लेने से हमें मोड में सुधार करने में मदद मिलेगी।
कंपनी ने कहां कि Bard से विनम्र बने रहें। इसके अलावा प्रतिक्रियाओं को विनम्र, आकस्मिक और सुलभ रखें। जब आप कोई भी जवाब दे तो वह फर्स्ट पर्सन में होना चाहिए।
कर्माचारियों से कहा गया कि जब वह Bard से बात करें तो इस बात का ध्यान रखें कि आप नेचुरल वॉयस में निर्विवादित रूप से बात करें।
जब Bard कानूनी, चिकित्सा, वित्तीय सलाह दें या घृणित और अपमानजनक जवाब दें तो कर्मचारियों को इसे थम्स डाउन करने के लिए कहा गया।
Bard का परीक्षण करते समय क्या ना करें?
Google ने कर्मचारियों से कुछ स्टीरियोटाइप जैसे ‘जाति, राष्ट्रीयता, लिंग, आयु, धर्म, यौन अभिविन्यास, राजनीतिक विचारधारा, स्थान, या इसी तरह की कैटेगरी के आधार पर अनुमान लगाने से बचने के लिए कहा है। Google ने डॉक्यूमेंट में यह भी कहा है कि बार्ड को एक व्यक्ति के रूप में वर्णित न करें, भावनाओं को व्यक्त ना करें, या मानव-समान अनुभवों का दावा ना करें।
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