लोनिवि एनएच खंड ने मंदिर को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्य अभियंता लोनिवि एनएच खंड दयानंद ने बताया कि इसके लिए मंदिर समिति के लोगों से बातचीत की गई है।वह मंदिर को दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए तैयार हैं।
राजधानी के हरिद्वार बाईपास रोड पर स्थित पुरानी पुलिस चौकी के पास सड़क किनारे बने मंदिर को शिफ्ट किया जाएगा। इसके अलावा सरस्वती विहार, पुरानी बाईपास चौकी और महिंद्रा शोरूम के पास स्थित ट्रांसफार्मर, बिजली के पोल और ट्रैफिक लाइटों को भी शिफ्ट किया जाएगा।
मंदिर के साथ ही ट्रांसफार्मर और बिजली के पोल यहां ट्रैफिक संचालन में बाधा बन रहे हैं। रिस्पना पुल से आईएसबीटी की तरफ जाते हुए पुरानी बाईपास चौकी वाले चौराहे पर बना मंदिर यातायात को बाधित कर रहा है। यहां मोथरोवाला से आने वाले ट्रैफिक को यदि आईएसबीटी की तरफ मुड़ना है तो यह मंदिर बाईं तरफ की दृश्यता को खत्म कर देता है।
मंदिर फुटपाथ वाले स्थान पर खड़ा
सड़क चौड़ीकरण के बाद यह मंदिर अब फुटपाथ वाले स्थान पर खड़ा है। जबकि सड़क किनारे नाले का भी निर्माण भी मंदिर की वजह से अटका है। लोनिवि एनएच खंड ने इसका संज्ञान लेते हुए मंदिर को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्य अभियंता लोनिवि एनएच खंड दयानंद ने बताया कि इसके लिए मंदिर समिति के लोगों से बातचीत की गई है।
वह मंदिर को दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए तैयार हैं। शीघ्र ही मंदिर को दूसरे स्थान पर स्थापित कर यहां सड़क चौड़ीकरण के काम को पूरा किया जाएगा। इसके अलावा तीन ट्रांसफार्मर, बिजली के पोल शिफ्ट करने के लिए बिजली विभाग को लिखा गया है। इसके लिए यूपीसीएल की ओर से 52 लाख रुपये का इस्टीमेट दिया गया है, जो इसी सप्ताह जमा करा दिया जाएगा। इसके अलावा ट्रैफिक लाइटों को भी शिफ्ट करने की कार्रवाई भी की जाएगी।