राजस्थान में 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार जोरों पर है. वहीं भाजपा की दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को राजस्थान में मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर देखा जा रहा था. लेकिन शुक्रवार को झालावाड़ के रैली में वसुंधरा राजे ने संबोधन के दौरान सबको चौंका दी है. उन्होनें अब राजनीति सन्यास लेने के लिए संकेत दिया हैं.
बता दें कि राजस्थान के झालावाड़ में एक चुनाव प्रचार के दौरान उनके बेटे दुष्यंत सिंह ने रैली में संबोधन किया. जिसे सुन वसुंधरा एकदम गदगद हो गई. उन्होंने अपने संबोधन के समय महत्वपूर्ण संकेत दे दिए. वसुंधरा ने कहा, ‘मेरे बेटे की बात सुनने के बाद मुझे ऐसा लगता है कि अब रिटायरमेंट ले लेना चाहिए. आप सभी ने उसे इतनी अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया है, कि मुझे उसे आगे बढ़ाने की अब जरूरत नहीं है. सभी विधायक यहां हैं और मुझे लगता है कि उन पर नजर रखने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि वे अपने दम पर लोगों के लिए काम करेंगे.
वसुंधरा राजे सिंधिया की राजनीति करियर….
ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के बेटे दुष्यंत सिंह झालावाड़ के बारां लोकसभा सीट से सांसद हैं. राजे की बात करे तो पांच बार सांसद और चार बार विधायक रहीं चुकी है. जहां वसुंधरा को इस बार सीएम फेस के तौर पर घोषित करने को लेकर लगातार मांग की जा रही है. हालांकि भाजपा ने ऐसा अभी किया नहीं है. जिसको लेकर वसुंधरा राजे पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं. इसके बाद वसुंधरा राजे ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में सिर्फ भ्रष्टाचार हुए है. यदि राजस्थान को देश का नंबर वन राज्य बनाना है तो बीजेपी को फिर से सत्ता में लाना होगा.