उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को विधानसभा में बजट चर्चा का जवाब देते हुए चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने पर बधाई दी। कहा चौधरी साहब को सम्मान अन्नदाता किसानों का सम्मान है। उनके द्वारा मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए किए गए विकास कार्य सराहनीय हैं। इसके बाद उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि, मै सोच रहा था जब बजट पर नेता विरोधी दल बोलेंगे तो चौधरी साहब पर बोलेंगे, लेकिन…बिगड़ी बात बने नही,लाख करोकिन कोय, रहिमन फाटे दूध को मथे न माखन होये। इनकी स्थिति ये हो गयी है,कोई साथ नही आ रहा। क्योंकि सब जानते है कि ये कब किसको धोखा दे दें।
प्रदेश का आठवां बजट रामलला के चरणों में समर्पित
उन्होंने कहा कि, 2017 में हमने पहला बजट मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को साक्षी बनाकर प्रस्तुत किया। आज जब हमने आठवा बजट पेश किया तो रामलला को हमने विराजमान कर दिया,और बजट भी उनके चरणों में समर्पित है। अमृत काल के पहले बजट में रामराज्य के अवधारणाओ को समावेश करने का प्रयास हुआ है बजट ने उत्तर प्रदेश को समृद्ध बनाने के प्रयास किया गया है। बजट में अंत्योदय से विकसित अर्थव्यवस्था तक के प्रयास है। कृषि कल्याण से लेकर गरीब तक स्वास्थ्य स्वावलंबन, महिला सशक्तिकरण करने का संकल्प है।
किसी राज्य का सबसे बड़ा बजट
उन्होंने कहा कि, नेता विरोधी दल को बजट के आकार को लेकर चिंता होगी। यह बजट देश के किसी राज्य का सबसे बड़ा बजट है। नेता विरोधी दल के 2016 के चुनावी बजट से दोगुना से बड़ा बजट है। बजट में अंतिम व्यक्ति के विकास के लिए कार्य है। उत्तर प्रदेश के जीडीपी की बात हुई। तो पिछले 7 वर्ष में कोरोना महामारी के बावजूद जीडीपी को दोगुना किया गया। 70 वर्षों में प्रदेश को जहां पहुँचने में समय लगा,हमने सात वर्षो मे उससे आगे ले गये।