लखनऊ : भारतीय अर्थव्यवस्था में 2000 के नये नोट के बाजार में आने के कुछ ही दिनों के बाद देश में कुछ जगहों पर नकली 2000 के नोट पकड़े गये। अब आमलोगों में इस बात को लेकर चिंता है कि अभी वह लोग नए नोट को लेकर पूरी तरह जानकार नहीं है और ऐसे में मार्केट मेें नकली नोट का आना बहेद खतरानक है। आप की होशियारी ही आप का बचाव है।
दो हजार के जाली नोट की पहचान ऐसे करें
सूक्ष्म अक्षरों में लिखा आरबीआई और 2000 रुपये, जिसे मिंट मशीन से ही देखा जा सकता है । बांई ओर बना आयत और उसमें लिखा 2000 जो खासतौर पर दृष्टिबाधितों के पढऩे के लिए है। नोट पर आड़ी खींची गईं सात रेखाएं नकली नोट पर होती हैं, लेकिन दृष्टिबाधितों के अनुरूप नहीं। जानकारी के मुताबिक तस्कर असली नोट के 17 में से 11 सिक्युरिटी फीचर्स कॉपी करने में कामयाब हो गए हैं। इसमें वाटरमार्क, अशोक स्तंभ और आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर भी शामिल हैं। हालांकि जाली नोटों की प्रिंटिंग और पेपर की गुणवत्ता खराब है। जांच से जुड़े अधिकारियों ने आशंका जाहिर की है जल्द ही ये नकली नोट भारतीय बाजार में पहुंच सकते हैं जिसे समय रहते कंट्रोल करने की आवश्यकता है।
जाली नोटों में इसकी नकल की गई
देवनागरी लिपि में नोट का मूल्य। महात्मा गांधी की तस्वीर। गारंटी वक्तव्य और गवर्नर के हस्ताक्षर। अंकों के पैनल और अशोक स्तंभ का चिन्ह। नोट छपाई का साल। स्वच्छ भारत का लोगो। 16 भाषाओं में नोटों का मूल्य और मंगलयान की तस्वीर।
खुफिया एजेंसियों को रिपोर्ट मिली है कि भारत विरोधी तत्व नए 2000 रुपये के नकली नोट फिर से चलाने की फिराक में है। हालांकि 2000 रुपये का नया नोट 17 विशिष्ट सुरक्षा फीचर से लैस है। ऐसे में आपकी सावधानी ही दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम कर सकती है। जरूरी है कि आप नए नोटों की इन विशिष्ट बारीकियों को जानेंए ताकि असली.नकली का फर्क कर सकें। लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान ने 2000 रुपए के नकली नोट बनाने शुरू कर दिए हैं। बोर्डर सिक्योरिटी फोर्स और एनआईए ने हाल ही में नकली नोट बरामद किए थे। इन नकली नोटों को भारत.बंगलादेश बॉर्डर के जरिए भारत भेजा गया।
2000 और 500 के नए नोट में नहीं है अतिरिक्त सुरक्षा फीचर
भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड के अधिकारियों की मानें तो नए नोटों के फीचर्स पुराने 1000 और 500 के नोटों के समान ही हैं। नोटों की प्रिटिंग से जुड़े सीनियर अधिकारी का कहना है कि नए नोटों में पुराने नोटों के मुकाबले सुरक्षा के लिए कोई नया फीचर नहीं दिया गया है क्योंकि ऐसा करने के लिए वक्त चाहिए होता है और नए नोटों की छपाई के लिए वक्त बहुत कम था। खुफिया विभाग से जानकारी मिलने के बाद सीमावर्ती इलाकों से डेढ़ महीने में अब तक लगभग 4 करोड़ रुपए की नकली करेंसी पकड़ी गई है।
ध्यान से इन चीजों को देखें
2000 की छिपी हुई आकृति जो नोट नकली नोट में विभिन्न कोणों से भी देखने पर दिखाई नहीं देते। सुरक्षा रेखा पर आरबीआईए 2000 और भारत लिखा है, असली नोट में इसका रंग बदलता है। गांधी का वॉटरमार्क और इलेक्ट्रोलाइट 2000 फीचर की गुणवत्ता नकली नोटों में ठीक नहीं होती है