जिन लड़कियों में होते है ये गुण , उनके पति होते है बेहद भाग्यशाली ! हमारे भारत देश में अक्सर शादी करने से पहले बहुत सी बातों पर गौर किया जाता है . जैसे कि कुंडली मिलाना और लड़का लड़की के गुण दोष आदि सब बहुत ध्यान से देखा और परखा जाता है . ऐसे में लड़के में भले ही गुणों की कमी क्यों न हो पर लड़की हर किसी को सर्वगुण संपन्न ही चाहिए . तो चलिए हम आपको बताते है कि शास्त्रों के अनुसार एक सर्वगुण संपन्न लड़की में कैसे गुण होने चाहिए जिससे वो अपने पति के लिए भाग्यशाली सिद्ध हो सके .
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१. परिवारों में समानता ..अगर शास्त्रों की माने तो जो लड़की अपने पति के बराबरी के परिवार से आती हो यानि उसके परिवार का समाज में ऊँचा रुतबा और सम्मान हो तो ये भी लड़की के अच्छे गुणों की ही पहचान है . हालांकि ये जरुरी नहीं है कि ऊँचा रुतबा और सम्मान केवल पैसो से ही आता है . अच्छे कर्मो से भी ये ओहदा हासिल किया जा सकता है . पर लड़का और लड़की दोनों के परिवारों में समानता का होना जरुरी है ताकि आगे चल कर किसी को नीचा न देखना पड़े .
२.बुद्धिमान और शिक्षा का ज्ञान .. वह स्त्री जो बुद्धिमान होने के साथ साथ सांसारिक घटनाओं की जानकारी भी रखती हूँ यानि बाहरी दुनिया के बारे में भी सतर्क रहती हो तो वो बेहद गुणी है . एक लड़की के पढ़े लिखे होने से वो न केवल अपने परिवार बल्कि समाज को भी विकास की सही राह दिखा सकती है .
३.अच्छा व्यव्हार ..जो स्त्री खुद को माहौल के अनुसार ढाल ले और अपने आस पास के माहौल को समझ कर हर बात में सतर्कता दिखाए वो गुणवान होती है . इसके इलावा स्त्री को न केवल अपने बड़ों का सम्मान करना आना चाहिए बल्कि अपने से छोटों से भी अच्छा व्यव्हार रखना चाहिए .
४.धर्म के प्रति आस्था ..जो स्त्री थोड़ी सी धार्मिक हो और मॉडर्न होने के साथ साथ हर धर्म और रीती रिवाजो को पूरी निष्ठा से मानती हो वो वाकई तारीफ के काबिल होती है . ये भी एक बेहतर गुण है .
५.समर्पित ,मीठी वाणी और सुचारू रूप से घर चलाने वाली ..जिस स्त्री में ये तीनो गुण हो उसे किसी और गुण की जरूरत ही नहीं . यदि स्त्री की आवाज़ में सरस्वती जैसी मिठास हो और लक्ष्मी की तरह पैसे बचा कर अपने परिवार की सहायता करती हो तो इससे बढ़ कर कोई नहीं हो ही नहीं सकती . इसके अतिरिक्त देवी पारवती की तरह अपने पति के लिए समर्पण की भावना का होना भी बेहद जरुरी है . शायद इसलिए स्त्री को देवी का रूप कहा जाता है .
६.परिवार की सहायक..जो स्त्री अपने परिवार को न केवल बुरी नज़र से बचाती हो बल्कि जरूरत पड़ने पर उन्हें सही सलाह भी देती हो ऐसी स्त्री हमेशा परिवार की अच्छी सहायक बन सकने में सक्षम होती है . साथ ही सबका ख्याल भी रखती है .
७.रिश्तों का सम्मान ..ऐसा कहा जाता है कि जिन लड़कियों के भाई या बहन होते है वो आगे चल कर बहुत धैर्यवान बनती है . इतना ही नहीं ऐसी स्त्रियां आगे चल कर बच्चों के साथ भी अच्छा व्यव्हार करती है . वे अपने सभी रिश्तों का भी सम्मान करती है .
८.प्रेम और निजी जीवन की जानकारी ..जो स्त्रियां अपने प्यार और निजी जीवन के बारे में अच्छे से जानती हो यानि उन्हें अपने पति की हर अच्छी और बुरी आदत की जानकारी हो तो ऐसी स्त्रियां भी हमेशा पति और परिवार का सम्मान पाती है .
९.बड़ो की सलाह लेना .. जो लड़की या स्त्री बड़ों की बात अच्छे से सुन कर और उनकी सलाह मान कर कार्य करती है वो गुणी मानी जाती है . अपने बड़ों की सलाह का इस्तेमाल वो अपने और अपने परिवार की भलाई के लिए भी कर सकती है . वैसे भी बड़ों का दिया गया ज्ञान बहुत काम आता है .
१०. अच्छा खाना बनाना ..यदि कोई स्त्री अच्छा खाना बनाती हो तो उसके घर से कभी को भूखा जा ही नहीं सकता . इसलिए खाना बनाना तो हर लड़की को आना ही चाहिए . फिर चाहे अच्छा बनाये या बुरा पर कोशिश जरूर करनी चाहिए .
११.मुश्किल समय में परिवार का साथ देना ..जो स्त्री मुश्किल की घड़ियों में अपने परिवार का साथ छोड़ दे वो कभी अच्छी गृहिणी नहीं बन सकती . इसलिए यदि स्त्री मुश्किल के समय में अपने परिवार और पति के साथ मजबूती से डट कर खड़ी रहे और उनका सहारा बन कर उनकी मुश्किलों को कम कर दे वही एक गुणवान गृहिणी होती है .