जिले में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस ने प्रशासन को भी चिंता में डाल दिया है। वायरस की रोकथाम के लिए तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को जिले के डीसी वरिंदर शर्मा सिविल अस्पताल में स्वास्थय सेवाओं का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ राजेश बग्गा भी उनके साथ मौजूद रहे।
डीसी वरिंदर शर्मा सोमवार दोपहर को सिविल अस्पताल पहुंचे। इस दौरान वह सबसे पहले अन्न जल सेवा-ट्रस्ट में गए, जहां उन्होंने कोरोना मरीजों को दिए जाने वाले भोजन की क्वालिटी के बारे में जाना। उन्होंने मरीजों को दी जाने वाली डाइट की भी जानकारी ली। उन्होंने भोजन उपलब्ध करवाने वाली संस्था को निर्देश दिए कि मरीजों को सही समय पर भोजन पानी दिया जाए। इसके बाद वह मदर एंड चाइल्ड अस्पताल गए और एसएमओ से इलाज व्यवस्था के बारे में जानकारी हासिल की। डीसी ने अस्पताल का राउंड भी किया। राउंड के दौरान कई जगह सफाई व्यवस्था डगमगाई नजर आई। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को साफ-सफाई बनाएं रखने के निर्देश दिए।
कोरोना टेस्टिंग के लिए जिले को मिली हजार एंटीजन किट
कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए अब दो से तीन दिन का इंतजार नहीं करना होगा। अब 15 से 20 मिनट में वायरस की चपेट में आए लोगों की पहचान हो जाएगी। यह संभव होगा एंटीजन किट से। किट से कोरोना वायरस की जांच आसानी से हो सकेगी। जिले में किट उपलब्ध हो गईं है। सेहत विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस किट से जांच के लिए लैब और मशीन की जरूरत नहीं होगी। यह एक चिप बेस्ड किट है, जो मौके पर ही जांच करने में सक्षम है। इसमें संदिग्ध व्यक्ति की नाक में स्टिप डालकर स्वैब का सैंपल लिया जाता है। किट में सॉल्यूशन की तीन ड्राप डालकर फ्लूड के साथ मिलाया जाता है। नमूना लेने के बाद 30 से 35 मिनट में किट जांच रिपोर्ट दे देती है। अगर किट में एक लाइन नजर आती है, तो रिपोर्ट नेगेटिव होती है, जबकि दो लाइनें आएं तो पॉजिटिव माना जाता है।
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