आज कल सोशल मीडिया पर एक खास तरह की नकली उंगली की ख़बर तेज़ी से फ़ैल रही है। इस खबर में ये बताया जा रहा ही कि किसी पार्टी विशेष से जुड़े कुछ लोग इस नकली उंगली का इस्तेमाल कर फर्जी मतदान कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर नकली उंगलियों की एक चौंका देने वाली फोटो भी वायरल हो रही है। इस नकली उंगली ने चुनाव व्यवस्था पर तमाम सवाल खड़े कर दिए हैं।
नकली उंगली का सच आया सामने
आपको बता दें कि वायरल हुई नकली उंगली, उंगली के एक नकाब की तरह है जिसे कोई भी अपनी उँगलियों पर आसानी से पहन सकता है, जिससे वोटिंग के बाद लगायी जाने वाली स्याही को आसानी से हटाया जा सके। इस तस्वीर के सामने आने के बाद दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश चुनाव में फर्जी मतदान किया जा रहा है। उंगलियों की नकाब को असली उंगली पर लगाकर वोटिंग की जा रही है और वोटिंग करने के बाद नकली उंगली की नकाब को हटा कर फिर से वोट डाला जा रहा है।
खबर वायरल होते ही लोगों ने ये दावा किया कि इसे यूपी में चुनाव आयोग ने पकड़ा है, लेकिन मुख्य चुनाव आयोग डॉ एसवाई कुरैशी ने इसकी तस्वीर पोस्ट किया और लिखा यह किसी ने मुझे भेजा है। वहीं जब चुनाव आयोग ने इसकी जांच की गई तो पता चला की यह महज एक अफवाह है, इसका चुनावों वोटिंग से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर जापान की है जहां इस तरह की उंगलियों को उपयोग में लाया जाता है। इस तरह की उंगली को लगवाने में 1 लाख 61 हजार रूपये का खर्च आता है।
नकली उंगली का स्टिंग ऑपरेशन
लेकिन बात यहीं ख़त्म नहीं होती, इस बात की सच्चाई जानने के लिए प्रतिष्ठित टीवी चैनल ‘आज तक’ ने स्टिंग ऑपरेशन किया। इस स्टिंग ऑपरेशन में जो बात सामने आई वो वेहद चौंकाने वाली है।
ऑपरेशन से ये पता चला की चुनावी गर्मी में नकली उंगलियों का खेल तो बड़े स्तर पर चल रहा है। फर्जी वोटिंग के लिए चुनावी पार्टियां इस तरह की उंगलियों का इस्तेमाल कर रही हैं। शंभू कुमार यादव, जो नई दिल्ली में बॉर्न लाइफ कंपनी के कंसल्टेंट हैं, आर्टिफिशियल यानी कृत्रिम मानव अंगों के बिजनेस में इनकी कंपनी का बड़ा नाम है, उन्होंने खुद ये बताया कि यूपी में वो तमाम बड़े नेताओं को नकली उंगली सप्लाई कर चुके हैं। इस स्टिंग के बाद लोग काफी हैरान हैं।